ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News झारखंडलालू से मिले येचुरी बोले, इतिहास गवाह है, चुनाव के बाद ही हुए हैं गठबंधन 

लालू से मिले येचुरी बोले, इतिहास गवाह है, चुनाव के बाद ही हुए हैं गठबंधन 

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सीताराम येचुरी ने इतिहास के उदाहरण के साथ कहा कि देश में चुनाव परिणाम के बाद ही गठबंधन हुए हैं। वर्ष 1998 में एनडीए की सरकार में वाजपेयी प्रधानमंत्री...

लालू से मिले येचुरी बोले, इतिहास गवाह है, चुनाव के बाद ही हुए हैं गठबंधन 
रांची, हिन्दुस्तान ब्यूरोSat, 12 Jan 2019 11:22 PM
ऐप पर पढ़ें

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सीताराम येचुरी ने इतिहास के उदाहरण के साथ कहा कि देश में चुनाव परिणाम के बाद ही गठबंधन हुए हैं। वर्ष 1998 में एनडीए की सरकार में वाजपेयी प्रधानमंत्री बने, 2004 में यूपीए ने मनमोहन सिंह को प्रधानमंत्री चुना। 2019 में भी ऐसे ही परिणाम के बाद गठबंधन होगा। मोदी के विकल्प का सवाल बेबुनियादी है। कौन जानता था मनमोहन दस साल प्रधानमंत्री रहेंगे। येचुरी शनिवार को मेनरोड स्थित पार्टी कार्यालय में प्रेसवार्ता को संबोधित कर रहे थे। 

रिम्स में की लालू से मुलाकात
येचुरी ने शनिवार को राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद से रिम्स में मुलाकात की। इसके बाद कहा कि देश में लोकसभा चुनाव के बाद गठबंधन होगा। साथ ही कहा कि लालू प्रसाद से हफ्ते में एक दिन सिर्फ तीन लोगों को मिलने की अनुमति कानून के खिलाफ है। जेल अधीक्षक की अनुमति से निर्धारित समय के दौरान जेल में बंद कैदी से परिजन या मित्र मिल सकते हैं। 

नोटबंदी से युवाओं की नौकरी गई
सीताराम येचुरी ने केंद्र में भाजपा की सरकार पर निशाना साधते हुए सीएमआई की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि नोटबंदी से देश में आजादी के बाद पहली बार एक साथ एक सौ दस लाख युवाओं की नौकरी गई। जबकि भाजपा ने दस करोड़ नौकरी का वादा किया गया था। 

उन्होंने कहा कि भाजपा संवैधानिक व्यवस्था को ध्वस्त कर रही है। सवर्णों को दस प्रतिशत आरक्षण को जुमला बताते हुए एक दिन में किए गए संविधान संशोधन पर सवाल खड़े किए। कहा कि मंडल कमीशन को आरक्षण की रूपरेखा बनाने में दस वर्ष लगे थे। इस सरकार में देश की सर्वोच्च संवैधानिक संस्थाओं चुनाव आयोग, सीबीआई, आरबीआई आदि पर प्रश्न चिह्न खड़े हुए हैं। 

भाकपा के राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि आलोक वर्मा रहते तो भ्रष्टाचार के बहुत से घोटाले उजागर होते। राफेल की जांच होती और भाजपा सरकार और मोदी की पोल खुल जाती। लेकिन मोदी ने ऐसा होने नहीं दिया। लोकतांत्रित व्यवस्था में आलोचना के स्वर को दबा दिया गया है। 
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार बौखला गई है। अब उसके पास साम्प्रदायिक ध्रुवीकरण के अलावा दूसरा विकल्प नहीं है। यह देश की एकता और अखंडा के लिए घातक है। देश के लोगों को आने वाले दिनों में विशेष रूप से सावधान रहने की जरूरत है। देश को नेता नहीं जनहित में नीति चाहिए। येचुरी ने कहा कि राज्यों की परिस्थिति के आधार पर गठबंधन होगा। सभी वामदल केंद्र में वैकल्पिक धर्मनिरपेक्ष सरकार बनाने के लिए एकजुट हैं।  उन्होंने कहा कि राहुल गांधी या किसी और नेता पर निर्णय लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद होगा। 
 

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें