घर नहीं आ पाने से परेशान कुचाई के मजदूर ने कोलाघाट में की आत्महत्या
कोरोना के लॉकडाउन का एक और मजदूर शिकार हो गया। घर नहीं आ पाने से परेशान झारखंड के सरायकेला-खरसावां जिले के कुचाई थाना क्षेत्र के जुगीडीह निवासी 45 वर्षीय गुलाब भूमिज ने प. बंगाल के पूर्वी मेदिनीपुर...
कोरोना के लॉकडाउन का एक और मजदूर शिकार हो गया। घर नहीं आ पाने से परेशान झारखंड के सरायकेला-खरसावां जिले के कुचाई थाना क्षेत्र के जुगीडीह निवासी 45 वर्षीय गुलाब भूमिज ने प. बंगाल के पूर्वी मेदिनीपुर जिला के कोलाघाट में आत्महत्या कर ली। वह कोलाघाट के ही एक ईंट भट्ठा में काम करता था।
घर आने के लिए परेशान था गुलाब : लॉकडाउन में काम बंद होने पर कुचाई के जुगीडीह निवासी गुलाब भूमिज पिता स्व. बोध भूमिज अपने घर आने के लिए परेशान था। लेकिन, बस-ट्रेन नहीं चलने के कारण उसकी पत्नी सूर्यमनी भूमिज घर आने से मना करती रही। इसी बीच लॉकडाउन में छूट मिलने के बाद ईंट भट्ठा का काम शुरू हो गया। इधर, घर नहीं आने से परेशान गुलाब शनिवार रात मजदूरी कर लौटा और रविवार सुबह 5 से 6 बजे के बीच अपने कमरे में रस्सी के सहारे फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
गुजरात में फंसे हैं मृतक के दो बेटे : मृतक गुलाब भूमिज का अंतिम संस्कार कोलाघाट क्षेत्र में ही कर दिया गया। पत्नी सूर्यमनी भूमिज के अनुसार गुलाब भूमिज पांच वर्षों पूर्व रोजगार की तलाश में मेदिनीपुर गया था, जहां वह ईंट भट्ठा में काम करता था। सूर्यमनी के अनुसार लॉकडाउन के कारण मृतक के दो पुत्र गुजरात में फंसे हैं। वहीं, तीन पुत्रियों में एक की शादी हो चुकी है। दो बेटियां अपनी मां के साथ कुचाई के जुगीडीह गांव में रहती हैं।
फोटो संख्या 3 कुचाई के जुगीडीह निवासी मृतक गुलाब भूमिज का फाइल फोटों।
फोटो संख्या 4 कुचाई के जुगीडीह गांव स्थित मृतक की पत्नी सूर्यमनी भूमिज व उनकी बेटी।