महिलाओं को तोहफा: विश्वविद्यालयों में 180 दिन मातृत्व अवकाश देने की तैयारी
राज्य के विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में महिला शिक्षिकाओं और कर्मचारियों को 180 दिन का मातृत्व अवकाश मिलेगा। उच्च, तकनीकी शिक्षा व कौशल विकास विभाग ने इसका प्रस्ताव तैयार कर लिया है। कैबिनेट की मंजूरी...
राज्य के विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में महिला शिक्षिकाओं और कर्मचारियों को 180 दिन का मातृत्व अवकाश मिलेगा। उच्च, तकनीकी शिक्षा व कौशल विकास विभाग ने इसका प्रस्ताव तैयार कर लिया है। कैबिनेट की मंजूरी के बाद जुलाई से इसे लागू कर दिया जायेगा।
राज्य के विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में अभी शिक्षिकाओं और महिला शिक्षकेतर कर्मचारियों को 130 दिन का मातृत्व अवकाश मिलता है। इसमें वृद्धि की मांग कई दिनों से की जा रही थी। 180 दिन का मातृत्व अवकाश महिला कर्मियों को बच्चे के जन्म से तीन महीने पहले और जन्म के तीन महीने बाद तक मिल सकेगा। राज्य सेवा के अन्य महिला अधिकारियों व कर्मचारियों को पहले से 180 दिन का मातृत्व अवकाश मिल रहा है।
मातृत्व अवकाश में 50 दिन की बढ़ोतरी होने से शिक्षिकाएं अपने बच्चों का अच्छे से लानन-पालन कर सकेंगी। अभी उन्हें कम छुट्टी मिलने से परेशानी होती है। वर्तमान में उन्हें इसमें समस्या होती है। उन्हें बच्चे के जन्म से दो महीने पहले ही अवकाश मिलती है और जन्म के दो महीने के अंदर ही योगदान करना होता है। राज्य के विश्वविद्यालयों व कॉलेजों में सात हजार शिक्षकों में से करीब 2800 महिला शिक्षिकाएं हैं।