तारीख पर तारीख के लिए भटकने से मुक्ति मिलेगी, एसएमएस और ईमेल से चलेगा पता
अदालत में अपने मुकदमों की पैरवी पर आनेवाले मुवक्किलों को कभी-कभी अगली तारीख लेने के लिए घंटों इंतजार करना पड़ता है। तारीख लेने के लिए भटकना पड़ता है। लेकिन, अब तारीख लेने के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। जिला...
अदालत में अपने मुकदमों की पैरवी पर आनेवाले मुवक्किलों को कभी-कभी अगली तारीख लेने के लिए घंटों इंतजार करना पड़ता है। तारीख लेने के लिए भटकना पड़ता है। लेकिन, अब तारीख लेने के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। जिला अदालत की तरफ से उनके मोबाइल पर मुकदमे की तारीख का एसएमएस पहुंच जाएगा। इतना ही नहीं इसकी जानकारी ई-मेल पर भी भेजी जाएगी।
इसके लिए मुवक्किलों को मोबाइल नंबर और ई-मेल आईडी को केस फाइलिंग के दौरान रजिस्टर्ड करना होगा। फिलहाल वकीलों को एसएमएस भेजा जा रहा है। मुवक्किलों को मैसेज भेजने की प्रक्रिया भी जल्द शुरू की जाएगी। रोजाना फाइलिंग करनेवाले वकीलों को मैसेज भेजे जा रहे हैं। उसी के अनुसार वकील अपने केस की तैयारी करके संबंधित अदालत में बैठते हैं। ई-कोर्ट प्रोजेक्ट के तहत कार्य जारी है। वकीलों के मोबाइल नंबर फीड हैं।
14 से 15 सौ मामलों की होती है हर दिन सुनवाई
जिला अदालत में 51 हजार से अधिक मामले लंबित हैं। करीब 14-15 सौ मामलों की रोज सुनवाई होती है। ऐसे में अदालत में आने वाले लोगों को कई बार मामले की अगली तारीख की जानकारी के लिए भटकना पड़ता है। इसको देखते हुए जिला अदालत ने तारीख के बारे में एसएमएस से जानकारी देने की योजना तैयार थी, जिस पर काम भी शुरू हो गया है।
सरकारी वकील को जाता है एसएमएस
सीबीआई एवं भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) अदालत में होनेवाली सुनवाई की अगली तारीख सरकारी वकील को एसएमएस से दी जाती है। आरोपितों को इसका लाभ नहीं मिलता।