गिरिराज सेना प्रमुख कमलदेव गिरि की हत्या, अपराधियों ने बम से किया हमला; गुस्साए लोगों ने जाम की सड़क
पश्चिमी सिंहभूम के चक्रधरपुर में गिरिराज सेना के प्रमुख कमलदेव गिरि की अपराधियों ने बम मारकर हत्या कर दी। इससे पूरे इलाके में दहशत फैल गई। वहीं गुस्साए लोगों ने एनएच 75 को जाम कर दिया।
पश्चिमी सिंहभूम के चक्रधरपुर में गिरिराज सेना के प्रमुख कमलदेव गिरि की सरेशाम अपराधियों ने बम मारकर हत्या कर दी। शनिवार शाम करीब साढ़े छह बजे हुई घटना के बाद जहां पूरे इलाके में दहशत फैल गयी, वहीं आक्रोशित लोगों ने शव को पवन चौक पर रख रांची-चाईबासा मुख्य मार्ग एनएच 75 (ई) को जाम कर दिया। सूचना मिलते ही एएसपी सह पोड़ाहाट एसडीपीओ कपिल चौधरी सहित कई अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और पूरे इलाकों को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया।
जानकारी के अनुसार शनिवार शाम छह बजे कमलदेव गिरि अपने कुछ समर्थकों के साथ बाइक से घर से निकल भारत भवन चौक की ओर जा रहे थे। तभी पीछे से अपराधियों ने बम से हमला कर दिया। आनन-फानन में समर्थकों ने उन्हें इलाज के लिए रेलवे अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। कमलदेव की हत्या के बाद पूरे इलाके में तनाव व्याप्त हो गया। बड़ी संख्या में समर्थक रेलवे अस्पताल पहुंचे। वहीं समर्थकों ने रांची-चाईबासा मुख्य मार्ग जाम कर दिया। कमल की पहचान हिंदू नेता के रूप में थी। आक्रोशित समर्थक रेलवे अस्पताल से शव लेकर पवन चौक पहुंचे और शव को रख हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग करने लगे।
पुलिस ने रेलवे अस्पताल परिसर से जब्त किया हथियार
गिरि की हत्या की सूचना मिलने पर आक्रोशित समर्थक हथियार लेकर रेलवे अस्पताल पहुंच गये थे और हवा में लहराकर हत्या का बदला लेने की बात कह रहे थे। इसी दौरान पुलिस ने कमलदेव गिरि के समर्थक से हथियार जब्त कर लिया।
हिंदू नेता के रूप में थी पहचान
गिरि भाजपा, आजसू, झामुमो सहित कई राजनीतिक पार्टियों में समय-समय पर शामिल होते थे। इसके अलावा गिरिराज सेना प्रमुख के रूप में उनकी एक अपनी पहचान थी। वे एक दर्जन संगठनों और पूजा समितियों जैसे कुली यूनियन, जन्माष्टी पूजा समिति से भी जुड़े थे। हालांकि, हाल में गिरि ने सभी संगठनों से इस्तीफा दे दिया था और अपनी जान पर खतरा बताया था। पिछले कुछ दिनों से खबर आ रही थी कि वे भाजपा नेताओं के संपर्क में थे और कुछ भाजपा नेताओं के साथ मुलाकात की भी खबर आयी थी। उनकी एक हिन्दू नेता के रूप में पहचान थी।
पिछले नप अध्यक्ष चुनाव में सेकेंड पॉजिशन पर थे
पिछले नगर पर्षद चुनाव में गिरि दूसरे पॉजिशन पर थे और इस बार भी अपने स्तर से वे चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे थे। हालांकि, कुछ माह पूर्व जब उन्होंने सभी संगठनों से इस्तीफा दिया था, उस वक्त उन्होंने कहा था कि जब चुनाव आयेगा तो उस समय निर्णय लिया जायेगा।
हत्या की खबर के बाद ही चक्रधरपुर में दुकान-बाजार हुए बंद
हत्या की खबर जैसे ही चक्रधरपुर में फैली, वैसे ही दुकानों के साथ-साथ बाजार बंद हो गये। वहीं, कमलदेव गिरि की हत्या की खबर के बाद से ही लोगों में रोष व्याप्त है। दूसरी ओर आक्रोश को देखते हुए पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है।