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झारखंड के 20 मॉडल स्कूलों में अगले सत्र से हॉस्टल, बढ़ेगा दाखिला

झारखंड के 20 सरकारी मॉडल स्कूल अगले वर्ष से आवासीय विद्यालय की तर्ज पर शुरू होंगे। इसके लिए शिक्षा विभाग ने पहल तेज कर दी है। सरकार ने 20 मॉडल स्कूलों में आवासीय व्यवस्था शुरू करने का फैसला लिया है।

झारखंड के 20 मॉडल स्कूलों में अगले सत्र से हॉस्टल, बढ़ेगा दाखिला
Suraj Thakurवरीय संवाददाता,रांचीFri, 02 Jun 2023 05:46 AM
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झारखंड के 20 सरकारी मॉडल स्कूल अगले वर्ष से आवासीय विद्यालय की तर्ज पर शुरू होंगे। इसके लिए शिक्षा विभाग ने पहल तेज कर दी है। कैबिनेट के फैसले के बाद से अब चयनित मॉडल स्कूलों में हॉस्टल बनाने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है। जानकारी के अनुसार, इन चयनित स्कूलों में लगभग 2.73 करोड़ की लागत (प्रति स्कूल) से हॉस्टल बनाए जाएंगे। बता दें कि राज्य के मॉडल स्कूलों में छठी से 12वीं कक्षा तक की पढ़ाई अंग्रेजी माध्यम में होती है। नामांकन के अभाव में अधिकांश स्कूलों में कक्षाएं 10 तक ही संचालित हो रही हैं। सरकार ने 20 मॉडल स्कूलों में आवासीय व्यवस्था शुरू करने का फैसला लिया है।

स्कूलों में नहीं होते नामांकन 
सरकार ने 20 स्कूलों को पहले चरण में आवासीय सुविधा के लिए चुना है, क्योंकि इनमें नामांकन की स्थिति काफी खराब है। तमाम प्रयासों के बाद भी सत्र 2022-23 में 89 में से 81 मॉडल स्कूलों में छठी कक्षा में एक भी छात्र ने दाखिला नहीं लिया।

इस वर्ष भी 29 अप्रैल को प्रवेश परीक्षा ली गई, लेकिन अभी नामांकन प्रक्रिया पूरी नहीं हुई है। मालूम हो कि मॉडल स्कूलों में छठी कक्षा में प्रवेश परीक्षा से दाखिला लिया जाता है।

● 89 स्कूल हैं अभी राज्यभर में, 6ठी से 12वीं तक की होती है पढ़ाई

● 02 करोड़ 73 लाख प्रति स्कूल की लागत से होगा हॉस्टल का निर्माण

● 54 करोड़ 79 लाख रुपए कुल खर्च होंगे राज्य में आवासीय स्कूल पर

● 10वीं तक ही पढ़ाई हो रही अभी नामांकन के अभाव में मॉडल स्कूलों में

शिक्षकों की कमी से जूझ रहे हैं मॉडल स्कूल
मॉडल स्कूलों में शिक्षकों की घोर कमी है। इंटर के छात्रों को पढ़ाने के लिए पीजीटी शिक्षक न के बराबर हैं। इन स्कूलों में 227 शिक्षक प्रतिनियुक्ति पर तो 126 शिक्षक संविदा पर हैं। कई मॉडल स्कूलों के लिए नए भवन बनाए गए हैं। वहीं दो दर्जन से अधिक मॉडल स्कूल ऐसे हैं, जिनके पास भवन तक नहीं है।

इन मॉडल स्कूलों को बनाया जाएगा आवासीय
मॉडल स्कूल बिरनी, मॉडल स्कूल धनवार मॉडल स्कूल बेंगाबाद, मॉडल स्कूल गिरिडीह, मॉडल स्कूल देउरी, मॉडल स्कूल तिसरी, मॉडल स्कूल पीरटांड़, मॉडल स्कूल गांडेय (सभी गिरिडीह जिला), मॉडल स्कूल लिट्टीपाड़ा (पाकुड़), मॉडल स्कूल भरनो (गुमला), मॉडल स्कूल चौपारण, मॉडल स्कूल बरकह्वा (हजारीबाग), मॉडल स्कूल डुमरिया, मॉडल स्कूल घाटशिला (पूर्वी सिंहभूम), मॉडल स्कूल टाटानगर (पश्चिमी सिंहभूम), मॉडल स्कूल बरवाडीह (लातेहार), मॉडल स्कूलनीमडीह (सरायकेला), मॉडल स्कूल अनगड़ा, मॉडल स्कूल बेड़ो, मॉडल स्कूल बुढ़मू (रांची।

आठ साल में नहीं बना भवन, अब हॉस्टल की तैयारी
रांची के मॉडल स्कूल बेड़ो को 20 स्कूलों में चुना गया है, जहां आवासीय व्यवस्था होगी, लेकिन इसके विपरीत इस स्कूल में लगभग आठ साल में अपना भवन बनकर तैयार नहीं हो सका है। 2016 में स्कूल के नए भवन के निर्माण का कार्य शुरू हुआ, लेकिन अभी तक वह पूरा नहीं हो सकता है। अभी भी स्कूल समीप के प्रोजेक्ट स्कूल के साथ मिलकर चल रहा है। ऐसे में एक साल में छात्रावास भी तैयार कर पाना बड़ी चुनौती होगी।

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