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बाहरी लोगों की नियुक्ति का भारी विरोध, बोकारो स्टील में इंटरव्यू रद

बोकारो स्टील लिमिटेड (बीएसएल) में भी बाहरी लोगों की नियुक्ति का भारी विरोध होने के बाद गुरुवार को अभ्यर्थियों का इंटरव्यू रद कर दिया गया। यहां परिचारक-सह-तकनीशियन प्रशिक्षुओं के पद के लिए इंटरव्यू...

बाहरी लोगों की नियुक्ति का भारी विरोध, बोकारो स्टील में इंटरव्यू रद
रांची हिन्दुस्तान टाइम्सThu, 21 Oct 2021 09:52 PM

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बोकारो स्टील लिमिटेड (बीएसएल) में भी बाहरी लोगों की नियुक्ति का भारी विरोध होने के बाद गुरुवार को अभ्यर्थियों का इंटरव्यू रद कर दिया गया। यहां परिचारक-सह-तकनीशियन प्रशिक्षुओं के पद के लिए इंटरव्यू होना था। स्थानीय लोगों ने आवेदकों को भर्ती प्रक्रिया में भाग लेने से रोक दिया था।

विस्थापित अपरेंटिस एसोसिएशन (वीएएस) के बैनर तले स्थानीय युवाओं ने बीएसएल मुख्यालय, मानव संसाधन विभाग (एचआरडी) और सेल रेफ्रेक्ट्रीज यूनिट मुख्यालय के मुख्य द्वारों को बंद कर दिया था। इससे इंटरव्यू शुरू होने में बाधा उत्पन्न हुई। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी प्लांट पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रण में करने की कोशिश की।

एसआरयू मुख्यालय सेक्टर 4 में गुरुवार को इंटरव्यू होने वाले थे। प्रदर्शनकारियों ने बीएसएल के सुरक्षा गार्डों के साथ हाथापाई भी की। स्थानीय युवकों ने बीएसएल प्रबंधन के खिलाफ प्रदर्शन किया और उनके पूर्वजों द्वारा कंपनी को दी गई जमीन के बदले नौकरी और मुआवजे की मांग की। 

मुख्य संचार अधिकारी मणिकांत धन ने कहा कि विरोध के कारण गुरुवार का साक्षात्कार रद्द कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि आगे की कार्रवाई के लिए स्थिति की समीक्षा की जा रही है।

राज्य में इस तरह की पहली घटना है। इसके पीछे भर्तियों में स्थानीय लोगों को प्राथमिकता देने की राजनीतिक दलों की मुहिम है। नौकरियों में स्थानीय लोगों की भर्ती की मांग पूरे राज्य में जोर पकड़ रही है। 

हेमंत सोरेन सरकार ने हाल ही में स्थानीय लोगों के लिए निजी क्षेत्र में भी 40,000 रुपये के मासिक वेतन तक 75 प्रतिशत नौकरियों को आरक्षित करने का कानून बनाया है। राज्य सरकार ने स्थानीय लोगों को प्राथमिकता देते हुए सरकारी क्षेत्र में कक्षा 3 और 4 ग्रेड की नौकरियों के लिए राज्य की रोजगार नीति में भी बदलाव किया है।

प्रदर्शनकारियों ने गुरुवार को दावा किया कि लिखित परीक्षा में चयनित होने के बाद अधिकांश उम्मीदवार राजस्थान और अन्य राज्यों से बीएसएल प्रबंधन द्वारा साक्षात्कार के लिए बुलाए गए थे। वीएएस के अहमद हुसैन ने कहा कि स्थानीय लोगों ने इन संयंत्रों को स्थापित करने के लिए अपनी जमीन दी है। हमने संयंत्र प्रशिक्षण (अपरेंटिस) भी पूरा कर लिया है। पिछले कुछ वर्षों से हम बीएसएल प्रबंधन से नौकरी की मांग कर रहे हैं। हमें नौकरी देने का आश्वासन देकर प्रशिक्षण दिया था। लेकिन बार-बार अनुरोध के बाद भी हमें नौकरी नहीं दी जा रही है। हम बाहरी लोगों को ये नौकरी नहीं मिलने देंगे। 

सूत्रों ने कहा कि सेल-बीएसएल ने विशेष भर्ती अभियान के तहत 49 परिचारक-सह-तकनीशियन प्रशिक्षुओं की रिक्तियां निकाली थीं। लिखित परीक्षा में चयनित 100 से अधिक उम्मीदवारों को 21 अक्टूबर से 23 अक्टूबर तक साक्षात्कार के लिए बुलाया था।

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