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दो डीजल लोको शेड को बंद करेगा दक्षिण-पूर्व रेलवे, हो रहा सर्वे

दक्षिण-पूर्व रेलवे जोन डीजल लोको शेड को बंद करेगा। इससे चक्रधरपुर रेल मंडल में बंडामुंडा और आद्रा मंडल के बोकारो स्थित डीजल शेड के जल्द बंद होने की उम्मीद है। सूचना के अनुसार दोनों डीजल लोको शेड को...

दो डीजल लोको शेड को बंद करेगा दक्षिण-पूर्व रेलवे, हो रहा सर्वे
जमशेदपुर संवाददाताThu, 05 Aug 2021 09:13 PM

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दक्षिण-पूर्व रेलवे जोन डीजल लोको शेड को बंद करेगा। इससे चक्रधरपुर रेल मंडल में बंडामुंडा और आद्रा मंडल के बोकारो स्थित डीजल शेड के जल्द बंद होने की उम्मीद है। सूचना के अनुसार दोनों डीजल लोको शेड को बंद करने से जोन सर्वे करा रहा है, ताकि यह स्पष्ट हो कि किस बड़े स्टेशन पर कितने डीजल इंजन की जरूरत है। रेलवे जोन में डीजल शेड को बंद करने से पूर्व कर्मचारियों को एक से दूसरे विभागों में समायोजित करने की तैयारी है।

रेलवे जोन ने डीजल लोको पायलट को इलेक्ट्रिक इंजन के संचालन का प्रशिक्षण दिलाया है। इससे टाटानगर, राउरकेला, चक्रधरपुर एवं अन्य स्टेशनों के डीजल लोको पायलट इलेक्ट्रिक इंजन चला रहे हैं। रेलवे में डीजल लोको शेड बंद करने की योजना 2019 दिसंबर में बनी थी। दूसरे रेलवे जोन में डीजल लोको शेड को बंद किया भी गया है।  

डीजल इंजन का इस्तेमाल अभी रेलवे में ज्यादातर ट्रेनों की शंटिंग करने में इस्तेमाल होता है। ट्रेनों की बोगियों को वाशिंग लाइन से प्लेटफार्म पर लाने में डीजल इंजन की जरूरत पड़ती है। किसी तरह के हादसा के समय घटनास्थल की लाइन तक पहुंचने के लिए एक्सीडेंट रिलीफ ट्रेन व एक्सीडेंट मेडिकल रिलीफ ट्रेन डीजल इंजन से जोड़ा जाता है। पहले टाटानगर से कई पैसेंजर और एक्सप्रेस ट्रेनों को डीजल इंजन द्वारा रवाना होती थी, लेकिन अब किसी ट्रेन में डीजल इंजन नहीं लगता है।

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