shubh muhurat 2020 : अगले पांच माह तक शादी, गृह प्रवेश, मुंडन समेत अन्य शुभ कार्य बंद
देवशयनी एकादशी के साथ ही शुभ कार्य पांच माह तक बंद रहेंगे। एक जुलाई बुधवार को देवशयनी एकादशी है, इसके साथ ही चातुर्मास शुरू हो जाएगा। लेकिन इस वर्ष अधिक मास अर्थात मलमास भी लगेगा। यानी कि...
देवशयनी एकादशी के साथ ही शुभ कार्य पांच माह तक बंद रहेंगे। एक जुलाई बुधवार को देवशयनी एकादशी है, इसके साथ ही चातुर्मास शुरू हो जाएगा। लेकिन इस वर्ष अधिक मास अर्थात मलमास भी लगेगा। यानी कि चार्तुमास के बाद एक माह मलमास कुल पांच माह तक शादी-विवाह, गृह प्रवेश, मुंडन सहित अन्य शुभ कार्य वर्जित रहेंगे।
25 नवंबर को देवउठनी एकादशी पर शुरू होंगे शुभ कार्य : 25 नवंबर 2020 को देवउठनी एकादशी है। देवउठनी एकादशी के बाद शुभ कार्य शुरू होंगे। इससे पहले चार माह तक लगने वाला चातुर्मास दो जुलाई से लेकर 24 नवंबर तक रहेगा। कार्तिक मास में आने वाली शुक्ल पक्ष की एकादशी को देवोत्थान एकादशी है, जबकि मलमास अश्वीन माह में 18 सितंबर से 16 अक्तूबर तक है। 16 अक्तूबर के बाद ही शुभ कार्य प्रारंभ होंगे।
चातुर्मास में भगवान शिव संभालते हैं सृष्टि : ज्योतिषाचार्य पंडित रमेशचंद्र त्रिपाठी कहते हैं की देवशयनी एकादशी के दिन भगवान क्षीर सागर में चले जाते हैं। चातुर्मास में भगवान विष्णु विश्राम करते हैं और भगवान शिव सृष्टि का संचालन करते हैं। चातुर्मास में सूर्य संक्रांति नहीं रहती, जिसके कारण पूरा महीना मलीन हो जाता है। इस कारण कोई भी शुभ कार्य इस दौरान वर्जित होते हैं। इस्कॉन के नाम प्रेमदास बताते हैं कि देवशयनी से लेकर देवउठनी एकादशी तक के माह को पुरुषोत्तम मास कहा जाता है। इस दौरान अपने हितों, अपने भौतिक सुखों का त्याग कर लोगों को सिर्फ और सिर्फ भक्ति और भगवान की सेवा में समय गुजारना चाहिए। यह माह भागवत कथा श्रवण, मनन, धार्मिक अनुष्ठान और दान का है, इससे अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है।