सरयू राय की वजह से हो रहा नुकसान, 100 करोड़ दिलाएं; पूर्व मंत्री के खिलाफ कोर्ट क्यों पहुंची मैनहर्ट कंपनी
जमशेदपुर पूर्वी से विधायक सरयू राय पर मौनहर्ट कंपनी ने 100 करोड़ की मानहानि का दावा करते हुए मुकदमा दर्ज कराया है। कंपनी का कहना है कि सरयू की वदह से उसे आर्थिक नुकसान हो रहा है।
मैनहर्ट कंपनी ने जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय पर रांची सिविल कोर्ट में 100 करोड़ की मानहानि का दावा करते हुए मुकदमा दर्ज कराया है। कोर्ट में दाखिल आवेदन में कहा है कि बार-बार मुद्दा उठाए जाने से कंपनी की छवि खराब हो रही है, जिसे कंपनी को आर्थिक क्षति हो रही है। ऐसे में अदालत कंपनी को 100 करोड़ रुपये क्षतिपूर्ति के रूप में दिलाए। कंपनी ने कहा कि तत्कालीन सरकार ने सरयू राय के मुताबिक निर्णय नहीं लिया तो मामले को विवादित करते रहे। इस मुद्दे पर किताब लिखकर भी मानहानि की है।
कंपनी ने दावा किया है कि रांची में वर्ष 2005-06 में सीवरेज-ड्रेनेज की कंसल्टेंसी के संबंध में प्रारंभ से लेकर अंत कर सारे निर्णय कैबिनेट या सक्षम स्तर से लिए गए हैं। शुरू में यह कार्य ओआरजी कंपनी को दिया गया था, लेकिन उसका कार्य संतोषजनक नहीं होने पर उस कंपनी का कार्यादेश निरस्त कर दिया गया।
सरयू राय कंपनी पर शुरू से ही अनेकों बार अलग-अलग आरोप लगाकर मुद्दा उठाते रहे हैं। इस मामले की विभाग और एक्सपर्ट कमेटी ने जांच की। दो बार तत्कालीन महाधिवक्ता से मंतव्य लिया गया और सारे निर्णय कैबिनेट से लिए गए। इसको लेकर विधानसभा की इंप्लीमेंटेशन कमेटी के चेयरमैन के तौर पर सरयू राय मामले में जांचकर्ता बने। कमेटी की रिपोर्ट और हाईकोर्ट के निर्णय के बाद सरकार के उच्चस्तर पर निर्णय लेते हुए मैनहर्ट को काम करने और भुगतान करने का आदेश दिया गया।
न्यायालय में केस लड़ने के लिए तैयार हूं: सरयू
पूर्व मंत्री और जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय ने कहा कि घपला करने वालों की सम्मिलित साजिश है। ऐसा करके दोषी लोग सजा से बचने का प्रयास कर रहे हैं। इतने लंबे समय के बाद कंपनी की नींद खुली है। इसके पीछे मंशा को आसानी से समझा जा सकता है। मैंने एक पुस्तक भी लिखी है लम्हों की खता। इसे पढ़कर भी बहुत कुछ जानकारी मिल जाएगी। उन्होंने डोरंडा थाने में केस भी कराया है। न्यायालय में केस लड़ने के लिए वह तैयार हैं। यह चुनौती उन्हें स्वीकार है।