झरिया के बस्ता टोला क्षेत्र के राजापुर परियोजना अंतर्गत चल रहे डेको आउटसोर्सिंग कंपनी के खदान में शनिवार सुबह सात बजे चाल धंसने से तीन ग्रामीण की मौत हो गई।
घटनास्थल पर झरिया और घानुडीह पुलिस पहुंच शव को कब्जे में ले ली है। बीसीसीएल के पीओ (परियोजना पदाधिकारी) वृंदाचल सिंह को घटना की सूचना पुलिस ने दे दी है। जल्द ही रेस्क्यू टीम के पहुंचने की उम्मीद है।
भू-धसान क्षेत्र घोषित कर चुकी है बीसीसीएल-
अवैध उत्खन्न होने के कारण मृतक एवं घायलों के परिजन डर से सामने नहीं आ रहे। इस क्षेत्र को पहले ही बीसीसीएल ने भू-धसान क्षेत्र घोषित किया है। इस हादसे को लेकर स्थानीय लोगों में आक्रोश है। लोगों ने आरोप लगाया कि बीसीसीएल और जिला प्रशासन की लापरवाही के कारण यह हादसा हुआ। सवाल उठाया कि यह क्षेत्र जब बीसीसीएल के अधीन आता है तो सुरक्षा के लिए सीआईएसफ के जवान क्यों नहीं तैनात हैं? आखिर कैसे इतनी संख्या में लोग कोयला खुदाई करने पहुंच गए? लोगों ने आरोप लगाया कि बीसीसीएल के माइनिंग इंचार्ज सुबोध सिंह प्रति टोकरी 30 रुपये लेकर लोगों से कोयला चोरी कराते हैं।