रिटायर जज से कार्ड नंबर पूछ खाते से दो लाख रुपये उड़ाए
झारखंड हाईकोर्ट की रिटायर जस्टिस पूनम श्रीवास्तव साइबर क्राइम का शिकार हुई हैं। साइबर अपराधियों ने उन्हें झांसे में लेकर बैंक एकाउंट से 1,97,500 रुपये निकाल लिए हैं। जस्टिस श्रीवास्तव ने इसकी...
झारखंड हाईकोर्ट की रिटायर जस्टिस पूनम श्रीवास्तव साइबर क्राइम का शिकार हुई हैं। साइबर अपराधियों ने उन्हें झांसे में लेकर बैंक एकाउंट से 1,97,500 रुपये निकाल लिए हैं। जस्टिस श्रीवास्तव ने इसकी प्राथमिकी दर्ज कराई है और पुलिस से त्वरित कार्रवाई करने को कहा है।
जस्टिस श्रीवास्तव फिलहाल इलाहाबाद में रह रही हैं। इलाहाबाद के कैंट थाना में उन्होंने शिकायत दर्ज कराते हुए कहा है कि वह एडीए कॉलोनी में रहती हैं। वह इलाहाबाद हाईकोर्ट में पदस्थापित थीं। इसके बाद उनका तबादला झारखंड हाईकोर्ट कर दिया गया। झारखंड हाईकोर्ट से ही वह सेवानिवृत्त हुई हैं। पुलिस से शिकायत करते हुए उन्होंने कहा है कि आठ सितंबर की शाम 5.30 बजे उनके रांची वाले मोबाइल नंबर 9431115605 पर एक फोन आया। उन्हें 9748029602 नंबर से फोन किया गया। फोन करने वाले ने कहा कि आपके बैंक का एकाउंट रांची में है,जिसका केवीआईसी नहीं है। नया एटीएम कार्ड भी आया है, वह कार्ड ले जा सकती हैं।
इसके बाद जस्टिस श्रीवास्तव ने कहा कि इसके लिए वह हाईकोर्ट के प्रोटोकॉल से बात कर जानकारी दे रही हैं। फिर फोन करने वाले ने उनके बैंक खाते के प्रथम और अंतिम दो अंक बता कर उन्हें विश्वास में ले लिया। इसके बाद उसने इलाहाबाद बैंक के बचत खाते का कार्ड का नंबर मांगा। नंबर लेने के बाद उसने कहा कि आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर ओटीपी नंबर आता जाएगा। जैसे-जैसै नंबर आता जाएगा उसे एक-एक कर बताने को कहा। जस्टिस श्रीवास्तव ने वैसा ही किया।
कुछ देर बाद उनके स्टेट बैंक डोरंडा के खाते से 49 हजार और इलाहाबाद के बैंक खाते से क्रमश: 49, 51, 500 और 24 -24 हजार रुपये निकाल लिए। कुल 1, 97,500 रुपये की निकासी कर ली गई। जिस नंबर से फोन आया था., वह रांची के किसी एके महतो के नाम से पंजीकृत है।