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निजी स्कूलों की तर्ज पर आई कार्ड लगायेंगे मास्टर साहब

निजी स्कूलों की तर्ज पर मास्टर साहब भी आईकार्ड लगायेंगे। प्राथमिक स्कूल से लेकर प्लस टू स्कूल के सभी 1.27 लाख शिक्षक आई कार्ड लगायेंगे। स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग आईकार्ड बनाने की तैयारी कर...

निजी स्कूलों की तर्ज पर आई कार्ड लगायेंगे मास्टर साहब
हिन्दुस्तान ब्यूरो ,रांचीMon, 22 Jul 2019 10:25 AM
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निजी स्कूलों की तर्ज पर मास्टर साहब भी आईकार्ड लगायेंगे। प्राथमिक स्कूल से लेकर प्लस टू स्कूल के सभी 1.27 लाख शिक्षक आई कार्ड लगायेंगे। स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग आईकार्ड बनाने की तैयारी कर रहा है। आईकार्ड लगाने के साथ-साथ शिक्षकों को निर्धारित ड्रेस कोड भी पहनना होगा, ताकि स्कूल में अनुशासित रह सकें।

केंद्र सरकार ने प्रति आईकार्ड के लिए 50 रुपये की राशि दी है। इससे आईकार्ड तैयार कर शिक्षकों को दिया जायेगा। आईकार्ड में शिक्षक का नाम, स्कूल का नाम, पता, विषय, फोटो, ब्लड ग्रुप अंकित होगा।  इन सबकी जानकारी सभी शिक्षकों को प्रधानाध्यापक के माध्यम से स्कूल वार जिलों को देनी होगी। यह प्रक्रिया ऑनलाइन होगी या फिर ऑफलाइन इस पर अंतिम सहमति बनायी जा रही है। ऑनलाइन होने पर शिक्षकों को संबंधित जानकारी अपलोड करनी होगी। आईकार्ड बनने के बाद संबंधित शिक्षक का दूसरे स्कूलों मे तबादला होता है तो जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय में उसे जमा करना होगा। जिला से नये स्कूल का नाम व पता के साथ  पहचान पत्र जारी किया जायेगा। 

शिक्षक के बदले कोई दूसरा नहीं पढ़ा सकेगा
शिक्षकों को पहचान पत्र देने से सुदूर इलाकों में कोई दूसरा व्यक्ति स्कूल में नहीं पढ़ा सकेगा। शिक्षक को ही स्कूल में रहना होगा और छात्र-छात्राओं को उन्हें ही पढ़ाना होगा। ऐसा मामला सामने आने के बाद मुख्यमंत्री रघुवर दास ने सभी स्कूलों की दीवार पर शिक्षक का नाम, विषय और फोटो चिपकाने का निर्देश दिया था। यह प्रक्रिया चल रही है। पहचान पत्र और दीवार में लिखे शिक्षक के नाम से मिलान किया जा सकेगा। 

स्कूल आने पर शिक्षकों की हो सकेगी पहचान
राज्य के सरकारी स्कूलों के शिक्षक आईकार्ड लगाकर रहेंगे तो अधिकारी समेत अभिभावकों के आने पर पता चल सकेगा कि शिक्षक का नाम क्या है और वे किस विषय के हैं। साथ ही स्कूल के क्षेत्रों में किसी जागरुकता में उन्हें लगाया जायेगा तो शिक्षक के रूप में उनकी पहचान हो सकेगी और परिचय देने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

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