ऑटो में दिखी 'मर' चुकी बच्ची की तस्वीर, साढ़े तीन साल बाद क्यों जिंदा होने का दावा
साढ़े तीन साल पहले एक महिला को जुड़वा बच्चा हुआ था। उसे उस वक्त नर्सिंग होम में बताया गया कि जुड़वां बच्चे में एक ही जीवित बचा है, जो लड़का है और लड़की की मृत्यु हो गई है।
झारखंड के जमशेदपुर से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। एक शख्स को एक ऑटो रिक्शा में एक छोटी बच्ची की तस्वीर दिखी। तस्वीर देखते ही उसने ऑटो वाले से उस बच्ची के बारे में पूछा। ऑटो चालक ने बताया कि वह उसकी भगिनी है। लेकिन शख्स ने दावा किया कि वह उसकी अपनी बच्ची है। ऐसा इसलिए क्योंकि उसका चेहरे उसके बेटे से हू-ब-हू मिलता है। दरअसल, साढ़े तीन साल पहले उस शख्स की पत्नी ने जुड़वा बच्चों को जन्म दिया था। लेकिन अस्पताल वालों ने तब बताया कि आपकी बेटी मर चुकी है। परिवार का दावा है कि उनकी बच्ची मरी नहीं थी। उन्होंने अस्पताल पर बच्ची को बेचने का आरोप लगाया है।
ऑटो में दिखी 'मर' चुकी बच्ची की तस्वीर
दरअसल, साढ़े तीन साल पहले एक महिला को जुड़वा बच्चा हुआ था। उसे उस वक्त नर्सिंग होम में बताया गया कि जुड़वा बच्चे में एक ही जीवित बचा है, जो लड़का है और लड़की की मृत्यु हो गई है। 30 जुलाई को उस परिवार ने एक ऑटो में लगी तस्वीर देखी, जो उनके बेटे से हू-ब-हू मिलती-जुलती थी। इसपर परिवार वालों ने बच्चों को लौटाने और कार्रवाई के लिए सिदगोड़ा पुलिस से शिकायत की। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
नहीं सौंपा गया बच्ची का शव
मामले में संगीता मौर्य उर्फ संगीता प्रसाद (28) ने थाने में शिकायत की है। उसके पति का नाम अविनाश प्रसाद है। उसका कहना है कि वह सिदगोड़ा मिथिला कॉलोनी की निवासी है। साल 2020 में गर्भवती होने के बाद चाईबासा से सिदगोड़ा स्थित नर्सिंग होम पहुंची। 7 जनवरी 2021 को वह नर्सिंग होम में भर्ती हुई, जहां पहले बेटा और फिर बेटी हुई। अस्पताल से बताया गया कि बेटी मृत है, लेकिन उन्हें मृत बच्ची को सौंपा नहीं गया। चिकित्सक के कहे अनुसार, वे लड़के के साथ डिस्चार्ज होकर अपने घर चली गई।
परिवार ने बच्ची को बेचने का लगाया आरोप
संगीता के पति 30 जुलाई 2024 को बारीडीह चौक पर खड़े थे तो एक ऑटो में तस्वीर देखी, जो उनके बेटे की तरह थी। पहले उन्हें लगा कि उनका बेटा है। जब तस्वीर के पास गए तो ऑटो वाले ने बताया कि यह लड़की है और उनकी भगिनी है। उसके बाद उसे संदेह हुआ कि यह उसकी जुड़वां बच्ची है, जिसे मृत बताया गया था। जब उसने ऑटो चालक से कहा कि यह उसकी जुड़वां बच्ची है तो ऑटो चालक वहां से चला गया और बाद में उसने अपनी गाड़ी से बच्ची की तस्वीर हटा दी। इस मामले में सिदगोड़ा पुलिस में शिकायत दर्ज कराते हुए महिला का कहना है कि उसकी जुड़वां बच्ची जिंदा है, जिसे टेंपो चालक के परिजनों को बेच दिया गया। इस मामले में पुलिस में लिखित शिकायत करते हुए कार्रवाई की मांग की गई है।
सिदगोड़ा थाना प्रभारी गुलाम रब्बानी ने बताया, मृत बच्ची के जिंदा रहने का मामला सामने आया है, लेकिन अभी उसमें एफआईआर दर्ज नहीं की गई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। जांच में जो भी सामने आएगा, उसके बाद कार्रवाई की जाएगी।