ट्रेंडिंग न्यूज़

अगला लेख

अगली खबर पढ़ने के लिए यहाँ टैप करें

Hindi News झारखंडप्रेम कहानी का दर्दनाक अंत! फंदे पर झूली प्रेमिका, 13 दिन बाद प्रेमी ने भी दे दी जान

प्रेम कहानी का दर्दनाक अंत! फंदे पर झूली प्रेमिका, 13 दिन बाद प्रेमी ने भी दे दी जान

झारखंड के धनबाद जिले में एक प्रेम कहानी का दर्दनाक अंत हो गया। नाबालिंग युवती ने फंदे पर झूलकर अपनी जान दे दी। इसके 13 दिन बाद प्रेमी ने भी जहर खा लिया और दम तोड़ दिया।

प्रेम कहानी का दर्दनाक अंत! फंदे पर झूली प्रेमिका, 13 दिन बाद प्रेमी ने भी दे दी जान
Sneha Baluniहिन्दुस्तान,धनबादSat, 10 Aug 2024 01:05 PM
ऐप पर पढ़ें

धनबाद में एक प्रेम कहानी का दर्दनाक अंत हो गया। प्रेमी अपनी प्रेमिका की मौत का सदमा बर्दाश्त नहीं कर पाया और उसने भी अपनी जान दे दी। जिले में गुरुवार को प्रेम प्रसंग में पुटकी 13 नंबर के रहने वाले रेहान ने कीटनाशक खाकर आत्महत्या कर ली। शुक्रवार की रात सेंट्रल अस्पताल धनबाद में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। रेहान पुटकी में अपने मामा के घर में रहता था। गुरुवार को कीटनाशक खाकर वह घर से बाहर निकल गया। रेहान जब काफी देर के बाद भी घर वापस नहीं लौटा तो घरवालों ने उसकी खोजबीन शुरू की। घर से कुछ ही दूरी में रेहान बेसुध अवस्था में मिला। 

स्थानीय लोगों की मदद से आनन-फानन में उसे सेंट्रल अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां शुक्रवार को इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा जाएगा। मामले को प्रेम प्रसंग से जोड़कर देखा जा रहा है। दरअसल शनिवार को ही न्यू ड्रिफ्ट लोयाबाद 40 धौड़ा में की 18 वर्षीय युवती ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। युवती के सुसाइड नोट में रेहान का जिक्र किया था, जिसमें उसने रेहान को निर्दोष बताया था। युवती की मौत के 13 दिन बाद ही रेहान ने भी आत्महत्या कर ली।

मालूम हो कि युवती और रेहान के बीच लंबे समय से प्रेम प्रसंग चल रहा था। छह माह पूर्व दोनों ने शादी भी रचा ली थी। दोनों अलग-अलग धर्म से थे और लड़की नाबालिग भी थी। इसलिए परिजनों के दबाव में दोनों अलग हो गए। इस बात पर सहमति भी बनी थी की बालिग होने के बाद दोनों को साथ रहने की अनुमति दे दी जाएगी, लेकिन प्रेम विरह युवती बर्दाश्त नहीं कर सकी और फांसी लगाकर उसने आत्महत्या कर ली। घटना के 13 दिन के बाद ही रेहान ने भी कीटनाशक खाकर आत्महत्या कर ली। इस तरह दोनों के प्रेम प्रसंग का दुखद अंत हो गया।