झारखंड में NDA को मिलेगा लोजपा का साथ, रामगढ़ उपचुनाव में करेंगे प्रचार
लोजपा ने रामगढ़ उपचुनाव में एनडीए उम्मीदवार सुनीता देवी को समर्थन देने का ऐलान किया है। यह जानकारी राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राजकुमार राज ने रविवार को मीडिया को दी।

लोजपा ने रामगढ़ उपचुनाव में एनडीए उम्मीदवार सुनीता देवी को समर्थन देने का ऐलान किया है। यह जानकारी राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राजकुमार राज ने रविवार को मीडिया को दी।
रामगढ़ में कैंप करेंगे लोजपा के प्रदेश पदाधिकारी
पत्रकारों से बातचीत में प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के प्रदेश पदाधिकारी रामगढ़ उपचुनाव में कैंप करेंगे और सुनीता देवी की जीत सुनिश्चित करने के लिए जनसंपर्क अभियान चलाएंगे। रामगढ़ उपचुनाव के लिए लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने चुनाव संचालन समिति का गठन किया है। संचालन समिति का अध्यक्ष प्रदेश अध्यक्ष राजकुमार राज को बनाया गया है। समिति के सदस्य के रूप में रंजीत राम और राजकुमार रवानी तथा प्रतिमा कुमारी के अलावा ऋतुराज दीनानाथ ठाकुर, गिरधारी झा, संजय सिंह, राजकुमार सिंह, सचिन रवानी विनीत कुमार सूरज पांडेय और कालिंदी को सदस्य के रूप में रामगढ़ विधानसभा में सघन संपर्क अभियान चलाने के लिए पार्टी की ओर से नियुक्त किया गया है।
रामगढ़ उपचुनाव के लिए 27 फरवरी को वोटिंग होगी
गौरतलब है कि झारखंड के रामगढ़ विधानसभा सीट पर 27 फरवरी को वोटिंग होगी। 2 मार्च को नतीजे आएंगे। 2019 के विधानसभा चुनाव के बाद 4 उपचुनाव गंवा चुकी बीजेपी के लिए रामगढ़ उपचुनाव प्रतिष्ठा का प्रश्न भी है। हालांकि, इन चुनावों में एनडीए उम्मीदवार के रूप में आजसू की प्रत्याशी मैदान में है। आजसू पार्टी ने सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी की पत्नी सुनीता चौधरी को प्रत्याशी बनाया है। यह चुनाव बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश और विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी के लिए भी चुनौती है।
ममता देवी की सदस्यता जाने से हो रहा उपचुनाव
बता दें कि रामगढ़ की पूर्व विधायक ममता देवी की सदस्यता रद्द होने से खाली हुई इस सीट पर उपचुनाव हो रहा है। एनडीए ने जहां आजसू की सुनीता चौधरी को उम्मीदवार बनाया है वहीं यूपीए ने कांग्रेस के बजरंग महतो को उम्मीदवार बनाया है। बजरंग महतो, पूर्व विधायक ममता देवी के ही पति हैं। हालांकि, इस सीट पर ममता देवी के देवर अमित महतो ने भी टिकट के लिए उम्मीदवारी पेश की थी। दिल्ली तक चले गए थे लेकिन फिर समझौता हो गया।