झारखंड: लंबा हुआ इंतजार, बिजली संकट दूर करने के लिए रेलवे ने स्पेशल ट्रेनों को दिखाया रेड सिग्नल
देश में गहराते बिजली संकट से उबरने के लिए इस साल छठ जैसे सबसे भीड़भाड़ वाले मौसम में रेलवे ने स्पेशल ट्रेनों को लाल सिग्नल दिखा दिया है। एक सप्ताह बाद दीपावली है, लेकिन अबतक रेलवे की ओर से स्पेशल...
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देश में गहराते बिजली संकट से उबरने के लिए इस साल छठ जैसे सबसे भीड़भाड़ वाले मौसम में रेलवे ने स्पेशल ट्रेनों को लाल सिग्नल दिखा दिया है। एक सप्ताह बाद दीपावली है, लेकिन अबतक रेलवे की ओर से स्पेशल ट्रेनों की घोषणा नहीं की जा रही है। स्पेशल ट्रेन तो दूर रेलवे नियमित ट्रेनों को रद्द कर कोयला लदी मालगाड़ी दौड़ा रहा है। पावर प्लांटों तक अधिक से अधिक कोयले की रैक पहुंचाना ही रेलवे की प्राथमिकता है।
छठ महापर्व पर देश में स्पेशल ट्रेनें चलाई जाती हैं। पटना और बिहार के अन्य स्टेशनों से कुछ स्पेशल ट्रेनों की भी घोषणा हुई है, लेकिन धनबाद से अबतक एक भी त्योहारी स्पेशल ट्रेन चलाने का ऐलान नहीं हो सका है, जबकि दीपावली के अगले दिन से छठ तक उत्तर बिहार जानेवाली किसी भी ट्रेन में धनबाद रेलवे स्टेशन से रिजर्वेशन के लिए सीट उपलब्ध नहीं है।
डीआरएम आशीष बंसल ने धनबाद से गोरखपुर, सीतामढ़ी और कटिहार के लिए स्पेशल ट्रेन चलाने का प्रस्ताव पूर्व मध्य रेलवे मुख्यालय को भेजने की बात कही थी, परंतु अबतक तीनों में से किसी ट्रेन की घोषणा नहीं हुई।
मालगाड़ी को रास्ता देने के लिए ये ट्रेनें रहेंगी रद्द
सीआईसी सेक्शन में कोयला लदी मालगाड़ी की रफ्तार बढ़ाने के लिए 09607 कोलकाता-मदार जंक्शन स्पेशल को 28 अक्तूबर को रद्द कर दिया गया। इस तरह 09608 मदार जंक्शन-कोलकाता स्पेशल और 03025 हावड़ा-भोपाल स्पेशल एक नवंबर को रद्द रहेगी। वापसी में 03026 भोपाल-हावड़ा स्पेशल तीन नवंबर को नहीं चलेगी। इससे पहले भी इन ट्रेनों को रद्द किया गया था। रेलवे का पूरा ध्यान फिलहाल पावर प्लांटों तक कोयला की आपूर्ति बढ़ाने पर टिकी है। सवारी ट्रेनों को रोक-रोककर मालगाड़ी को रास्ता दिया जा रहा है।