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कोरोना से कोई भूखा न रहे लंगर चला रहीं ज्योति बजाज

कोरोना के कारण कोई भूखा न रहे। उन्हें खाने के लिए कहीं भटकना न पड़े। कोई भूख से न मरे। इसके लिए रांची के पीपी कंपाउंड में एक विशेष लंगर चलाया जा रहा है। फिलहाल यहां रोज 80-90 लोग खाना खा रहे हैं।...

कोरोना से कोई भूखा न रहे लंगर चला रहीं ज्योति बजाज
रांची। वरीय संवाददाताMon, 23 Mar 2020 11:47 AM
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कोरोना के कारण कोई भूखा न रहे। उन्हें खाने के लिए कहीं भटकना न पड़े। कोई भूख से न मरे। इसके लिए रांची के पीपी कंपाउंड में एक विशेष लंगर चलाया जा रहा है। फिलहाल यहां रोज 80-90 लोग खाना खा रहे हैं। लंगर चलाने वाली ज्योति बजाज न ही किसी से इसके लिए कोई मदद की आग्रह करती हैं न ही अपने इस कार्य का प्रचार करना चाहती हैं। वह चुपचाप लोगों की सेवा में जुड़ी हैं। 50 की पार इस महिला के इस प्रयास की हर तरफ सराहना हो रही है और अलग-अलग तरीके से लोग इनकी मदद के लिए आगे आ रहे है। कोई चुपचाप राशन पहुंचा जा रहा है तो कोई एक दिन के खाने का पूरा खर्च उठा रहा है। शर्त बस इतना है कि दान और योगदान का कोई प्रचार नहीं करना होगा।
जनता कर्फ्यू से पहले खाने का पैकेट बांटी 
ज्योति को जब पता चला कि जनता कर्फ्यू में लोगों को निकलने में परेशानी होगी तो इन्होंने खाना का पैकेट बनवा कर रात में ही ऐसे लोगों तक पहुंचा आईं जो रोज अपने खाने के लिए जूझ रहे हैं। एक संस्थान की मदद से उन्होंने इसका वितरण किया। ज्योति इसके बारे में कुछ भी बताने से बचती हैं। उनका कहना है कि वे केवल अपना फर्ज अदा कर रही हैं। जब तक उनसे संभव हो पाएगा, वह इसे करेंगी। 
8-11 बजे तक चलता है लंगर
इस लंगर की एक खास बात यह है कि हर कोई यहां आकर खाना नहीं खा सकता। यह ऐसे जरूरतमंद लोगों के लिए है, जो पूरी तरह असमर्थ हैं, जो असहाय हैं या जो दिव्यांग हैं। इनमें ज्यादातर संख्य़ा बुजुर्गों की होती है या फिर इसमें ऐसी महिलाएं शामिल होती हैं, जो काम करने में असमर्थ होती हैं या जिन्हें काम नहीं मिल पा रहा है। लंगर रोज सुबह आठ बजे से शुरू होता है और लगभग 11 बजे तक चलता है। इनके लिए यहां बैठने के लिए कुर्सी टेबुल की व्यवस्था भी की गई है। 
सूबे में सरकारी स्तर पर फिलहाल कोई घोषणा नहीं
कोरोना के कारण तेजी से काम बंद हुए। संस्थानों में मजदूरों को छुट्टी दी गई है। ऐसे में दिहाड़ी मजदूरी करने वाले लोगों के सामने दो समय के खाने का संकट भी आ गया है। इसे ध्यान में रखते हुए अलग-अलग राज्य सरकारों की ओर से इनके लिए अलग-अलग इंतजाम किए जा रहे हैं। दिल्ली सरकार ने जहां बीपीएल परिवार के राशन को दोगुनी कर दी है तो यूपी सरकार इनके लिए आर्थिक मदद के इंतजाम कर रही है। हालांकि झारखंड सरकार की ओर से फिलहाल इनके लिए किसी प्रकार के मदद की घोषणा नहीं की गई है। 

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