झारखंड से पीएम करेंगे आयुष्मान भारत की शुरुआत: जेपी नड्डा
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा है कि झारखंड तेजी से विकास कर रहा है। स्वास्थ्य मानकों में भी राज्य तेजी से आगे बढ़ रहा है। मातृ मृत्यु दर, शिशु मृत्यु दर, प्रजनन दर सभी क्षेत्र में सुधार...
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा है कि झारखंड तेजी से विकास कर रहा है। स्वास्थ्य मानकों में भी राज्य तेजी से आगे बढ़ रहा है। मातृ मृत्यु दर, शिशु मृत्यु दर, प्रजनन दर सभी क्षेत्र में सुधार हो रहा है। झारखंड केंद्र की प्राथमिकताओं वाला राज्य है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 23 सिंतबर को पूरे देश के लिए आयुष्मान भारत स्वास्थ्य बीमा योजना झारखंड से ही शुरू करेंगे। राज्य में इसके लिए तैयारी की जा रही है। केंद्रीय मंत्री मंगलवार को रांची के प्रोजेक्ट भवन में संवादादाता सम्मेलन में बोल रहे थे।
कैशलेस होगी व्यवस्थाः
केंद्रीय मंत्री ने आयुष्मान भारत के शुभारंभ की तैयारी समीक्षा की। साथ ही राज्य में स्वास्थ्य योजनाओं और स्थिति की जानकारी ली। मुख्यमंत्री रघुवर दास की अध्यक्षता में हुई इस बैठक के बाद उन्होंने तैयारी पर संतुष्टि जताई। नड्डा ने कहा कि आयुष्मान भारत के तहत पूरे देश के 10 करोड़ 74 लाख परिवार को लाभ मिलेगा। जिसके तहत देश की 50 से 55 करोड़ आबादी लाभान्वित होगी। झारखंड के 57 लाख परिवार को इसका लाभ मिलेगा। यह पूरी तरह से कैशलेस व्यवस्था होगी। पूरी तरह डिजिटल व्यवस्था रहेगी। किसी तरह का फर्जीवाड़ा नहीं हो और गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ सख्ती के लिए दंड का प्रावधान दोनों व्यवस्था की गई है।
टीबी उन्मूलन के लिए 2015 का लक्ष्यः
बैठक में मलेरिया, कालाजार, टीबी इत्यादि के उन्मूलन कार्यक्रम की भी समीक्षा की गई। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पूरे विश्व से 2030 तक टीबी को पूर्णतया समाप्त करने का अभियान चलाया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत में 2025 लक्ष्य निर्धारित किया है। झारखंड में भी पूरी तरह से टीबी, कालाजार और मलेरिया के उन्मूलन कार्यक्रम को प्राथमिकता देकर समाप्त कर दिया जायेगा।
बैठक में थे मौजूदः
बैठक मुख्यमंत्री रघुवर दास की अद्यक्षता में हुई। इसमें केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा के अलावा राज्य सरकार के स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी, मुख्य सचिव सुधीर त्रिपाठी, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव प्रीति सदन, आयुष्मान भारत के मुख्य कार्यकारी पदाधिकारी इंदू भूषण, स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव निधि खरे, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव सुनील कुमार वर्णवाल समेत स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।