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दिल्ली में बेची गई झारखंड की प्रीति का दुखद अंत, पिता ने चंदा जमा कर किया अंतिम संस्कार

दिल्ली में मानव तस्करों द्वारा बेची गई झारखंड की प्रीति ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। आरंभिक जानकारी के मुताबिक घर मालिकों की प्रताड़ना से प्रीति द्वारा आत्महत्या जैसा कदम उठाने की बात सामने आई है।

दिल्ली में बेची गई झारखंड की प्रीति का दुखद अंत, पिता ने चंदा जमा कर किया अंतिम संस्कार
Suraj Thakurप्रतिनिधि,सिमडेगा दिल्लीFri, 09 Jun 2023 09:05 AM
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दिल्ली में मानव तस्करों द्वारा बेची गई झारखंड की प्रीति ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। आरंभिक जानकारी के मुताबिक घर मालिकों की प्रताड़ना से प्रीति द्वारा आत्महत्या जैसा कदम उठाने की बात सामने आ रही है। प्रीति मूलरूप से झारखंड के सिमडेगा जिला अंतर्गत कुरडेग क्षेत्र की रहने वाली थी। दलालों ने प्रीति को नौकरी का झांसा देकर राजौरी गार्डन स्थित एक व्यक्ति को बेच दिया था। वहां प्रीति घरेलु सहायिका के रूप में काम करती थी। बताया जाता है कि प्रीति ने 31 मई को ही आत्महत्या कर ली थी। घर मालिकों ने उसके पिता को दिल्ली बुलाया और वहीं अंतिम संस्कार कर दिया। अब राजौरी गार्डन पुलिस, झारखंड भवन एएचटीयू पुलिस, चाइल्ड लाइन और ट्राइबल आयोग मामले की जांच में जुटी है। पुलिस का कहना है कि आत्महत्या के बाद ही मौत की वजह स्पष्ट हो पाएगी। प्रीति के पिता अभी दिल्ली में ही हैं। इधर परिजन मर्माहत हैं। 

पिता राजेश को नहीं थी दिल्ली जाने की जानकारी
प्रीति द्वारा दिल्ली में आत्महत्या कर लिए जाने की सूचना मिलने के बाद हिन्दुस्तान की टीम उसके सिमडेगा स्थित गांव भीजरी बारी पहुंची। पता चला कि प्रीति के पिता राजेश घर पर नहीं हैं। घर में ताला लगा था क्योंकि प्रीति की मां 8 साल पहले कहीं चली गईं। घर में प्रीति के अलावा 2 और छोटे भाई बहन हैं जिनकी देखभाल राजेश खेती-बाड़ी करके करता है। सिमडेगा पुलिस भी अपने स्तर से मामले की जांच में जुटी है क्योंकि यह ह्यूमन ट्रैफिकिंग से जुड़ा है। प्रीति की मौत से पूरा गांव मर्माहत है। आंगनबाड़ी सेविका विद्ययन किस्पोट्टा ने बताया कि प्रीति और एक अन्य बच्ची इसी वर्ष फरवरी में दलाल के साथ दिल्ली गई थी। वहां दोनों को घरेलू सहायिका के रूप में काम दिलाया गया था। 

दलाल ने प्रीति को दिल्ली ले जाकर बेचा था
आंगनबाड़ी सेविका ने बताया कि सेमरबेड़ा गांव निवासी अजय लकड़ा प्रीति सहित एक और नाबालिग बच्ची को लेकर दिल्ली गया था। प्रीति के दिल्ली जाने की जानकारी उसके पिता राजेश कुजुर को भी नहीं थी। बाद में गांव के ही कुछ लोगों से प्रीति के दिल्ली जाने की जानकारी राजेश को मिली थी। विद्ययन ने बताया कि 31 मई को प्रीति के साथ गई गांव की एक अन्य नाबालिग बच्ची ने अपने परिजनों को प्रीति के आत्महत्या करने की जानकारी दी। इसके बाद प्रीति के पिता राजेश को इस संबंध में बताया गया। बेटी के द्वारा आत्महत्या किए जाने की खबर मिलने के बाद पिता राजेश पूरी तरह से टूट गया। अपनी बेटी के अंतिम दर्शन के लिए दिल्ली जाने हेतू भी राजेश के पास पैसे नहीं थे। तब राजेश ने अपने किसी रिश्तेदार से ही कुछ पैसे उधार लिए और आंगनबाड़ी सेविका के साथ दिल्ली पहुंचा। यहां पुलिस के निर्देश पर अपनी बेटी का अंतिम संस्कार किया और पोस्टमार्टम भी कराया। राजेश ने पूरे मामले की जांच की मांग की है। इधर राजौरी गार्डन की पुलिस और झारखंड भवन एएचटीयू की पुलिस ने राजेश का बयान भी दर्ज कर लिया है। पुलिस दलाल अजय लकड़ा और उसकी साथियों की तलाश में जुट गई है।

सिमडेगा पुलिस भी मामले की छानबीन में जुटी
कुरडेग थाना प्रभारी मुन्ना रवानी ने बताया कि उन्हें भी गुरुवार की दोपहर घटना की जानकारी मिली है। जांच शुरु कर दी गई है। पीड़ित बच्ची के परिजन दिल्ली गए हुए है। जिसके कारण पूरी जानकारी नहीं मिल पायी है। बच्ची को दिल्ली ले जाने वाले दलाल की तलाश भी शुरू कर दी गई है। थाना प्रभारी ने बताया कि दिल्ली पुलिस से भी संपर्क साधा गया है।

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