पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने रविवार की दोपहर एक वीडियो ट्वीट किया। इसमें साहिबगंज पंचायत चुनाव के एक प्रत्याशी के समर्थकों को हथियार लहराते और गांव में लोगों को धमकाते देखा जा रहा है। वीडियो ट्वीट कर बाबूलाल मरांडी ने साहिबगंज के डीसी और एसपी से कार्रवाई की मांग की।
इसके बाद साहिबगंज एसपी अनुरंजन किस्पोट्टा के आदेश पर पूरे मामले में साहिबगंज के मुफस्सिल थाने में एफआइआर दर्ज की गई। दर्ज एफआईआर के बाद कार्रवाई करते हुए सात हथियार जब्त किए गए हैं। दुमका डीआईजी सुदर्शन मंडल ने बताया कि मामले में पुलिसिया कार्रवाई करते हुए हथियार जब्त किया गया है, हालांकि अबतक किसी आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार नहीं किया है।
रिटर्निंग अफसर से भी शिकायत
साहिबगंज पंचायत चुनाव में प्रत्याशी सुनील यादव के खिलाफ रिटर्निंग अफसर को भी शिकायत की गई है। धनंजय यादव ने शिकायत में बताया है कि 21 मई को सुनील यादव अपने भाई डहू यादव के साथ समदा गांव में आया था। इस दौरान उसके साथ पांच छह हथियारबंद युवक भी थे। हथियार बंद लोगों ने गांव में लोगों को धमकाया व 27 मई को होने वाले चुनाव में सुनील यादव के पक्ष में वोट डालने को कहा। इस मामले में पुलिस ने सुनील यादव, डहू यादव समेत अन्य को आरोपी भी बनाया है।
डहू यादव का नाम रहा है चर्चा में
पूर्व में भी डहू यादव का नाम काफी चर्चा में रहा है। साहिबगंज की महिला थानेदार रूपा तिर्की के मौत के बाद डहू यादव का नाम उछला था। इस मामले में सीबीआई डहू की भूमिका की भी जांच कर रही है। वहीं मार्च महीनें में साहिबगंज-कटिहार के मनिहारी घाट के बाद गंगा नदी में हुए हादसे के बाद भी डहू यादव का नाम चर्चा में आया था।