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Jharkhand News : ऑक्सीजन के लिए तीन घंटे एंबुलेंस में पड़ा रहा नवजात, रिम्स की अव्यवस्था ने ली जान

रिम्स की अव्यवस्था की चपेट में आकर बुधवार शाम एक नवजात की मौत हो गई। राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स की इमरजेंसी के बाहर ऑक्सीजन सिलिंडर नहीं मिलने के कारण बच्चे को गोद में लिए उसकी दादी एंबुलेंस...

Jharkhand News : ऑक्सीजन के लिए तीन घंटे एंबुलेंस में पड़ा रहा नवजात, रिम्स की अव्यवस्था ने ली जान
रांची। हिन्दुस्तान ब्यूरोThu, 29 Oct 2020 12:08 AM
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रिम्स की अव्यवस्था की चपेट में आकर बुधवार शाम एक नवजात की मौत हो गई। राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स की इमरजेंसी के बाहर ऑक्सीजन सिलिंडर नहीं मिलने के कारण बच्चे को गोद में लिए उसकी दादी एंबुलेंस में तीन घंटे इंतजार करती रही। लेकिन ऑक्सीजन मिलने के बाद जब उसे वार्ड में ले जाया गया तो बच्चे की मौत हो चुकी थी। सबसे दुखद यह कि बच्चे की मां सदर अस्पताल में ही भर्ती है। मां ने बच्चे को ठीक से देखा भी नहीं था, कि उसे बेहतर इलाज के लिए रिम्स ले जाया गया। 

नवजात की नानी शबनम परबीन ने बताया कि बुधवार दोपहर एक बजे के करीब आजाद बस्ती निवासी उसकी बेटी सिम्पी परवीन का प्रसव रांची के सदर  अस्पताल में हुआ। जन्म के समय ही बच्चे को हिचकी होने लगी। सदर अस्पताल से तुरंत उसे रिम्स रेफर कर दिया गया। 108 एंबुलेंस से बच्चे को लेकर वे लोग दो बजे ही रिम्स पहुंच गए। लेकिन यहां ऑक्सीजन सिलिंडर नहीं होने की बात कहकर किसी ट्रॉलीमैन ने बच्चे को नहीं उतारा। पांच बजे के करीब जब सुरक्षा सुपरवाईजर प्रणव कुमार को इसकी जानकारी मिली तो उसने ऑक्सीजन की व्यवस्था कर बच्चे को चौथे तल्ले पर स्थित शिशु वार्ड भेजा। लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। इलाज के अभाव में बच्चे की मौत हो चुकी थी। 

नर्सिंग इंचार्ज ने कहा कि उसके पास सिलिंडर था, कोई मांगने नहीं आया : ऑक्सीजन सिलिंडर के अभाव में घंटों इंतजार करने का मामला जब तूल पकड़ने लगा तो इमरजेंसी की इंचार्ज नर्स भी बाहर आई। उसने कहा कि उसके पास सिलिंडर था, लेकिन किसी ट्रॉली मैन ने उससे सिलिंडर की मांग ही नहीं की। जबकि, बच्चे की नानी ने बताया कि वह लगातार अस्पताल ले जाने का  अनुरोध ट्रॉली मैन से करती रही। लेकिन वह यही बताता रहा कि ऑक्सीजन सिलिंडर नहीं है। एक सिलिंडर वार्ड लेकर गया है, लौटने के बाद ही वह ले जाएगा। 

परिजनों ने अधीक्षक से की शिकायत : शाम साढ़े पांच बजे के करीब जब अधीक्षक डॉ डीके सिन्हा, उपाधीक्षक डॉ संजय कुमार व डॉ निशिथ एक्का इमरजेंसी का निरीक्षण पहुंचे तो रोते बिलखते परिजनों ने इसकी शिकायत की। इसके बाद अधीक्षक ने संबंधित ट्रॉली व सुरक्षा इंचार्ज और सिस्टर इंचार्ज को बुलाकर मामले की जानकारी ली। उन्होंने ट्रॉलीमैन पर कार्रवाई का आश्वासन भी दिया। 

दोषी पर कार्रवाई होगी : रिम्स अधीक्षक डॉ. डीके सिन्हा ने कहा कि इमरजेंसी निरीक्षण के दौरान ही परिजनों ने इसकी शिकायत की है। मौके पर ही जांच का आदेश दिया गया है, जो भी दोषी होंगे कार्रवाई की जाएगी।

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