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jharkhand news : झारखंड में भी हो रही हाथरस जैसी घटनाएं, इसलिए हाईकोर्ट को अपनाना पड़ा सख्त रुख

गिरिडीह में एक 15 वर्षीय नाबालिग को जिंदा जलाने के आरोपी की गिरफ्तारी नहीं होने पर झारखंड हाईकोर्ट ने नाराजगी जाहिर की है। गुरुवार को सुनवाई करते हुए जस्टिस आनंद सेन की अदालत ने कहा कि यह एक गंभीर...

jharkhand news : झारखंड में भी हो रही हाथरस जैसी घटनाएं, इसलिए हाईकोर्ट को अपनाना पड़ा सख्त रुख
रांची। प्रमुख संवाददाताFri, 09 Oct 2020 01:12 AM
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गिरिडीह में एक 15 वर्षीय नाबालिग को जिंदा जलाने के आरोपी की गिरफ्तारी नहीं होने पर झारखंड हाईकोर्ट ने नाराजगी जाहिर की है। गुरुवार को सुनवाई करते हुए जस्टिस आनंद सेन की अदालत ने कहा कि यह एक गंभीर मामला है।  पुलिस को इसकी जांच गंभीरता से करनी चाहिए, लेकिन अभी तक की जांच रिपोर्ट यह बताती है कि पुलिस इसे हलके में ले रही है और लापरवाही बरत रही है। 

अदालत ने आदेश में टिप्पणी करते हुए कहा कि हाथरस जैसी घटनाएं सिर्फ यूपी में ही नहीं बल्कि झारखंड में भी हो रही है। ऐसी घटना में पुलिस की लापरवाही पुलिस की कार्यशैली पर भी प्रश्नचिन्ह लगाते हैं। जस्टिस सेन ने डीजीपी को इस मामले की एसआईटी जांच कराने का आदेश दिया और यथाशीघ्र एसआईटी का गठन करने को कहा। 

मामले में पीड़िता के पिता शंकर पासवान ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। याचिका में कहा गया है कि मार्च 2020 में यह घटना हुई है। मामले में पिंटू पासवान को नामजद आरोपी  बनाया गया है, लेकिन पुलिस अभी तक पिंटू को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। पुलिस जांच में लापरवाही बरत रही है। 

सुपरविजन में ऑनर किलींग की आशंका : मामले में पिछली तिथि को सुनवाई करते हुए अदालत ने गिरिडीह एसपी को अदालत में हाजिर होने का निर्देश दिया था। गुरुवार को एसपी वीडियोकांफ्रेंसिंग से हाजिर हुए। एसपी ने अदालत को बताया इस केस का सुपरविजन करने वाले ने प्राथमिकी में दर्ज बातों को सही नहीं बताया था और ऑनर किलींग की आशंका जाहिर की है। इस पर कोर्ट ने नाराजगी जाहिर की और पूछा कि क्या किसी मामले के नामजद आरोपी को सुपरविजन रिपोर्ट के बाद ही पुलिस गिरफ्तार करती है। क्या बिना सुरविजन रिपोर्ट के आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होती। यदि मामला ऑनर किलिंग का भी है,तो इस मामले में अब तक गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई है। 

20 दिन बाद स्वाब क्यों भेजा : अदालत ने पुलिस की जांच पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि युवती के साथ दुष्कर्म हुआ या नहीं इसकी जांच के लिए स्वाब 20 दिनों बाद क्यों भेजा गया। यह किस प्रकार की जांच है। इससे प्रतीत होता है कि पुलिस लापरवाही बरत रही है।

क्या है मामला : 30 मार्च को गिरिडीह के परसन ओपी के ईटासानी गांव में पिंटू पासवान नामक युवक ने नाबालिग को जिंदा जलाकर मार डाला था। इसके बाद से आरोपी फरार है। घटना के पीछे प्रेम प्रसंग की बात भी बतायी जा रही थी। घटना के दिन पीड़िता के कमरे से आरोपी की टोपी और चप्पल भी बरामद हुई थी। कमरे से किरासन तेल की गंध आ रही थी। घटना के बाद पीड़िता  के पिता ने पिंटू पर बेटी को जिंदा जलाकर मारने का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज करायी। 
 

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