झारखंड : नक्सलवाद हारा, चारों सीट पर 65 प्रतिशत से ज्यादा मतदान
झारखंड में तीसरे चरण में चार लोकसभा सीटों पर रविवार को पूरी तरह शांतिपूर्ण ढंग से कुल 65.17 प्रतिशत भारी मतदान हुआ और यहां नक्सलियों के चुनाव बहिष्कार के आह्वान का कहीं भी कोई प्रभाव देखने को नहीं...
झारखंड में तीसरे चरण में चार लोकसभा सीटों पर रविवार को पूरी तरह शांतिपूर्ण ढंग से कुल 65.17 प्रतिशत भारी मतदान हुआ और यहां नक्सलियों के चुनाव बहिष्कार के आह्वान का कहीं भी कोई प्रभाव देखने को नहीं मिला। राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी एल खियांग्ते ने बताया कि शाम पांच बजे तक के आंकड़ों के अनुसार आज राज्य में चार लोकसभा सीटों के लिए कुल 65.17 प्रतिशत मतदान हुआ। सुबह सात बजे से मतदान प्रारंभ हुआ और यह शाम चार बजे तक चला। अनेक मतदान केन्द्रों पर अभी भी मतदाताओं की कतारें हैं जिसके चलते मतदान का प्रतिशत और बढ़ सकता है।
झारखंड में मतदान संपन्न होने तक प्रारंभिक आंकड़ों के अनुसार गिरिडीह में कुल 65.93 प्रतिशत मतदान और जमशेदपुर में 66.44 प्रतिशत मतदान हुआ। धनबाद में 61.90 प्रतिशत मतदान और सिंहभूम में 67.79 प्रतिशत मदान रिकार्ड किया गया। गिरिडीह के पीरटांड, टुंडी तथा धनबाद के अनेक ऐसे इलाकों में भारी मतदान हुआ जहां माओवादियों के भय से लोग मतदान के लिए घर से बाहर नहीं निकलते थे।
राज्य के जल संसाधन मंत्री और राजग-आजसू के गिरिडीह से प्रत्याशी चंद्रप्रकाश चैधरी, भ्रष्टाचार के मामलों में आरोपी पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़़ा की पत्नी और सिंहभूम सीट से प्रत्याशी गीता कोड़़ा और भाजपा के तीन निवर्तमान सांसदों -प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुआ, जमशेदपुर से विद्युत बरण महतो और धनबाद से पी एन सिंह के भाग्य का फैसला ईवीएम मशीनों में बंद हो गया।
खियांग्ते ने यहां बताया कि झारखंड में तीसरे चरण (भारत निर्वाचन आयोग के छठे चरण) में 6-गिरिडीह, 7-धनबाद, 9- जमशेदपुर और 10 सिंहभूम (अनुसूचित जनजाति के लिए सुरक्षित) लोकसभा सीटों के लिए रविवार को शांतिपूर्ण, निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से मतदान कराने के लिए सारी तैयारियां की गई थीं। खियांग्ते ने कहा कि इन चार सीटों के लिए कुल 8300 मतदान केंद्र बनाए गए थे। इनमें 2582 मतदान केंद्र शहर और 5718 मतदान केंद्र ग्रामीण इलाके में थे। इन मतदान केंद्रों पर कुल 66,85,401 मतदाता मताधिकार का इस्तेमाल करने को अधिकृत थे। मतदान शाम चार बजे तक चला। उसके बाद भी अनेक इलाकों में मतदाताओं की लंबी कतारें देखी गयीं।
रविवार को कुल 35,05,565 पुरुष, 31,79,720 महिला और तीसरे लिंग के 104 मतदाता थे। इसके अलावा 84,338 नए मतदाता (18-19 साल के) पहली बार वोट डालने के योग्य हुए थे। इन चारों सीट के लिए कुल 67 प्रत्याशी चुनावी मैदान में थे जिनमें 57 पुरुष और 10 महिला प्रत्याशी थे। उन्होंने बताया कि सर्वाधिक 23 प्रत्याशी जमशेदपुर सीट से चुनाव मैदान में थे। धनबाद के लिए 20, गिरिडीह के लिए 15 और सिंहभूम के लिए नौ प्रत्याशी चुनाव मैदान में थे। जहां धनबाद में भाजपा के निवर्तमान सांसद पीएन सिंह का मुकाबला कांग्रेस के उम्मीदवार कीर्ति आजाद से था वहीं जमशेदपुर में भाजपा के निवर्तमान सांसद बिद्युत बरण महतो का मुकाबला झारखंड मुक्ति मोर्चा के चंपई सोरेन से था। सिंहभूम से राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और भ्रष्टाचार के आरोपी मधु कोड़़ा की पत्नी गीता कोड़ा कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं जबकि उनके मुकाबले वहां से भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुआ मैदान में हैं।
इसके अलावा गिरीडीह लोकसभा क्षेत्र से भाजपा समर्थित आल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन के उम्मीदवार राज्य के जल संसाधन मंत्री चंद्रप्रकाश चौधरी का मुकाबला झारखंड मुक्ति मोर्चा के उम्मीदवार जगन्नाथ महतो से था। इस दौर की चारों सीटों पर कांग्रेस-झामुमो और झाविमो के महागठबंधन का मुकाबला सीधे भाजपा नीत राजग के उम्मीदवारों से था अतः इन सीटों पर मुकाबला बहुत रोचक होने की संभावना है। इस दौर में भी चाईबासा में स्वयं प्रधानमंत्री सिंहभूम सीट के लिए चुनाव प्रचार करने पहुंचे जबकि दूसरे ही दिन उसी मैदान में गीता कोड़ा के लिए चुनाव प्रचार करने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी पहुंचे। इसके अलावा भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह और नितिन गडकरी भी भाजपा के लिए चुनाव प्रचार करने पहुंचे जबकि महागठबंधन की ओर से कोई और बड़ा नेता इस दौर में यहां नहीं पहुंचा।
अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी विनय कुमार चैबे ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि झारखंड में चुनाव को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए और इसके लिए लगभग 40 हजार सुरक्षकर्मियों को तैनात किया गया था। उन्होंने बताया कि झारखंड में तीसरे चरण के मतदान को लेकर 175 कंपनी केंद्रीय अर्धसैनिक बल, 52 कंपनी राज्य पुलिस, 20375 के लगभग जिला पुलिस, और 5972 के लगभग पुलिस अफसरों को तैनात किया गया था।
चौबे ने बताया कि 12 मई को चार सीटों में होने वाले मतदान को लेकर कई मतदान केंद्रों को अतिसंवेदनशील और संवेदनशील घोषित किया गया था इसके साथ संवेदनशील मतदान केंद्रों की निगरानी के लिए 3 हेलीकॉप्टरों का इस्तेमाल किया गया। राज्य की शेष तीन लोकसभा सीटों दुमका, राजमहल और गोड्डा के लिए अंतिम चरण में 19 मई को मतदान होगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गोड्डा में चुनाव रैली के लिए स्वयं 15 मई को पहुंच रहे हैं।