झारखंड में गांव की सरकार बनाने के लिए हो रहे पंचायत चुनाव में पूर्व में मुखिया रह चुके प्रत्याशियों को जनता के भारी विरोध का सामना करना पड़ रहा है। तीसरे चरण में दुमका सदर प्रखंड,मसलिया और रानेश्वर में 24 मई को मतदान होना है। अभी तृतीय चरण के मतदान के लिए रविवार की शाम चुनाव प्रचार का दौर समाप्त हो गया। इस दौरान चुनाव के कई रंग देखने को मिले। रानेश्वर हरिपुर पंचायत के कई गांवों में एक मुखिया प्रत्याशी का इतना विरोध हो रहा है कि लोगों ने उक्त मुखिया प्रत्याशी के लिए नो इंट्री का बोर्ड लगा दिया है। इसमें प्रत्याशी को गांव में प्रवेश करने से मना करने का फरमान है।
मुखिया प्रत्याशी को गांव प्रवेश पर रोक लगाने वाले ग्रामीणों का कहना है कि हरिपुर पंचायत में पहले लक्ष्मी सिंह पहाड़िया मुखिया थी। उन्होंने अपने कार्यकाल में कोई काम नहीं किया। इस चुनाव में पूर्व मुखिया के पति मन्तु सिंह पहाड़िया प्रत्याशी हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि पूर्व कार्यकाल में पंचायत के मुखिया गांव का विकास नहीं किया है। लोगों को निराशा हाथ लगी है। हरिपुर पंचायत के चापड़िया, बगादाड़, पटु शाला,जयतड़ा, रायपड़ा, कामारशाली, कलाकाटा गांव में मुखिया प्रत्याशी के विरोध में नो इंट्री का बोर्ड लगाया गया है।
प्रथम चरण की तुलना में तीसरे चरण के चुनाव में धन बल के इस्तेमाल की भी आशंका है। खास कर जिला परिषद के कई प्रत्याशियों के द्वारा चुनाव में पानी की तरह पैसा बहाया जा रहा है। हालांकि जिला प्रशासन का दावा है कि चुनाव निष्पक्ष होगा और मतदाताओं को किसी भी रुप में प्रलोभन देने वाले प्रत्याशियों पर कार्रवाई होगी। धन बल का इस्तेमाल करने वाले कई प्रत्याशियों पर प्रशासन की टेढ़ी नजर है।
दुमका सदर प्रखंड में भी हो रहा विरोध
तृतीय चरण में दुमका सदर प्रखंड में चुनाव होना है। सदर प्रखंड में भी कई मुखिया प्रत्यशियों को विरोध का सामना करना पड़ रहा है। खास कर वैसे मुखिया प्रत्याशी जो पूर्व में भी मुखिया रहे हैं,उनका विरोध अधिक है। दुमका में चुनाव को लेकर प्रत्याशियों के बीच तनातनी की भी स्थिति है। एक मुखिया प्रत्याशी के पति को फोन पर जान से मारने की धमकी मिल चुकी है। इधर एक मुखिया प्रत्याशी को सोशल मीडिया पर धमकी मिली हुई है।