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विदेशी म्यूटेंट से कितने लोगों की हुई मौत? इस तरह पता लगाएगी सरकार, सभी मेडिकल कॉलेजों को भेजा पत्र

कोरोना की दूसरी लहर में संक्रमितों की हुई मौत में विदेशी म्यूटेंट का पता लगाया जाएगा। इसके लिए राज्य में एक अप्रैल व उसके बाद जितनी भी मौतें कोरोना मरीजों कीहुई है उसके सैंपल की जीनोम सिक्वेंसिंग...

विदेशी म्यूटेंट से कितने लोगों की हुई मौत? इस तरह पता लगाएगी सरकार, सभी मेडिकल कॉलेजों को भेजा पत्र
हिन्दुस्तान ब्यूरो,रांचीSun, 06 Jun 2021 09:43 AM
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कोरोना की दूसरी लहर में संक्रमितों की हुई मौत में विदेशी म्यूटेंट का पता लगाया जाएगा। इसके लिए राज्य में एक अप्रैल व उसके बाद जितनी भी मौतें कोरोना मरीजों कीहुई है उसके सैंपल की जीनोम सिक्वेंसिंग आईएलएस, (इंस्टीट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज) भुवनेश्वर में करायी जाएगी। स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव ने इसके लिए निर्देश जारी किया है।

राज्य के सभी मेडिकल कॉलेजों के साथ आईआरआई, इटकी को सेंटेनल सर्विलेंस साईट बनाया है। साथ ही सभी सर्विलेंस साईट के आरटीपीसीआर लैब के एचओडी को नोडल अफसर बनाया गया है। अपर मुख्य सचिव ने सभी नोडल अफसर को निर्देश दिया है कि एक अप्रैल व उसके बाद जितनी भी मौतें हुई हैं उसका एसआरएफ आईडी जिला प्रशासन से लेकर उसका सैंपल 48 घंटे के अंदर जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए आईएलएस भुवनेश्वर भेजा जाए।

मृतकों के सैंपल की दो माह बाद जांच को लेकर स्वास्थ्य विभाग के वरीय आईईसी पदाधिकारी सिद्धार्थ त्रिपाठी ने बताया कि सभी सैंपल सुरक्षित रखे जाते हैं। निर्देश के अनुसार उनकी जांच करायी जाएगी। इससे इस बात की जानकारी मिलेगी कि राज्य में कोविड के कितने प्रकार के म्यूटेंट एक्टिव थे और कौन सा कितना खतरनाक है।
 
साथ ही झारखंड सरकार अब राज्य में इलाकावार कोरोना की मारक क्षमता का अध्ययन करेगी। इतना ही नहीं सरकार ने निर्णय लिया है कि राज्य में कोविड के सबसे ज्यादा संक्रमित इलाके (जहां सबसे ज्यादा आउटब्रेक हो रहे) के 15 सैंपल हर 15 दिन में गेनोमिक सिक्वेंसिंग के लिए इंस्टीट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज भुवनेश्वर भेजेगी ताकि म्युटेंट की सक्रियता का अंदाजा लगाया जा सके और उस पर काबू पाने के लिए जरूर कदम उठाए जा सकें। त्रिपाठी ने बताया कि हर सेंटिनल साईट को हर दो सप्ताह में 15 सैंपल निश्चित रूप से जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए आईएलएस भेजने का निर्देश है। साथ ही नियमित मॉनीटरिंग का भी निर्देश दिया गया है।
 
राज्य में 363 की जांच जिसमें 301 में मिले हैं विदेशी म्यूटेंट
इससे पहले रिम्स, एमजीएम, टीएमएच, आईआरआई, पलामू, हजारीबाग व पीएमसीएच से कुल 537 सैंपल जीनोम सिक्वेंसिग के लिए भुवनेश्वर भेजे गए थे। 174 का रिपोर्ट अभी नहीं आई है। जबकि, 363 में से 301 में विदेशी म्यूटेंट की पुष्टि हुई है। ये सभी सैंपल आरटीपीसीआर जांच में पॉजिटिव पाए गए थे। इन सैंपलों की सीटी वैल्यू सीटी वैल्यू 25 से कम थी। 

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