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झारखंड सरकार का बड़ा ऐलान, अग्निवीरों के परिजनों को देंगे सरकारी नौकरी

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेने ने अग्निवीरों के लिए बड़ा ऐलान किया है। शुक्रवार को सोरेन ने घोषणा करते हुए कहा कि अग्निवीरों के शहीद होने या उनके निधन होने पर परिजनों को सरकारी नौकरी दी जाएगी।

झारखंड सरकार का बड़ा ऐलान, अग्निवीरों के परिजनों को देंगे सरकारी नौकरी
Mohammad Azamवार्ता,रांचीFri, 02 Aug 2024 08:32 PM
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झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अग्निवीरों के लिए बड़ा ऐलान कर दिया है। सोरेन ने सदन के बीच में भारतीय जनता पार्टी के सदस्यों के जोरदार हंगामे के बीच अपने समापन भाषण में कहा कि अग्निवीरों के निधन होने पर झारखंड सरकार उनके आश्रितों को सरकारी नौकरी और अनुग्रह राशि प्रदान करेगी। इसके पहले मुख्यमंत्री ने अनुपूरक बजट पारित होने पर स्पीकर को बधाई दी। भाजपा विधायकों में वेल में आने पर सीएम बोले देखिये, ये कैसे माहौल बनाते हैं। इन्होंने पांच सालों में क्या अर्जित किया, कितनी जमीन लूटी, इन्होंने डाका डालने का काम किया। 24 जिलों में इन्होंने कार्यालय बनाया।

 सोरेन ने कहा कि जमीन के लिए मर्डर हुआ। ये जमीन के लुटेरे हमें जमीन लूटने वाला बताते हैं। सीबीआई, ईडी लगाते हैं। ये बताएं कि इस बिल्डिंग के लिए पैसा कहां से आया। गैरमाजरुआ सरकारी जमीन में भी पार्टी कार्यालय बनाया।इनके राजनीतिक हवस पर क्या बोले, ये जनता को लेकर लूट फरेब का दुकान चलाते हैं। अलग-अलग राज्य के कोने कोने में लूट मचा रहे हैं। इनके एक मुख्यमंत्री के राज में बाढ़ आया है, लोग जूझ रहे हैं। उनको छोड़ यहां घूम रहे हैं। चिंता मत करो, असम से लोग झारखंड नहीं आये हैं, यहीं से असम गए हैं। चुनाव आने दो असम में भी सफाया होगा। ये नौकरी की बात करते हैं । हमने गैर सरकारी संस्थानों में एक लाख से अधिक नौकरी दी। इन्हीं हाथों से नियुक्ति पत्र दिया। देश विदेश में वो बच्चे नौकरी दे रहे हैं। बीस साल में नियमावली नहीं बनाया। हमने नियमावली बनाया।

आदिवासी बच्चों के लिए स्थानीय नीति बनाया। इसका बंटाधार इन्होंने किया। ये सामने से वार नहीं करते। कोर्ट कचहरी, गवर्नर का इस्तेमाल करते हैं। इनका ही कार्यकर्ता हमारे नियमावली रोकने कोर्ट गया था। इनके शासित राज्य में यही कानून बना तो संवैधानिक। हमने बनाया तो असंवैधानिक। रिम्स में ग्रेड ए के नर्स बहल किए। लिपिक लेखा पदाधिकारी का बहाली किया। 83 प्रतिशत आदिवासी को नौकरी दिया। कुछ में तो 100 प्रतिशत आदिवासी को दिया। इनको आइना दिखाएंगे तो आइना शरमा जायेगा।