Hindi Newsझारखंड न्यूज़jharkhand crime news gangs of wasseypur 3 why did faheem khan become the don of wasseypur

गैंग्स ऑफ वासेपुर 3: फहीम खान क्यों बना था वासेपुर का डॉन, अब किससे चल रही अदावत

फहीम खान के गैंगस्टर बनने की कहानी के पीछे एक दिलचस्प कहानी है। फहीम खान ने बदले की आग में जलते हुए हथियार उठाया था। बाद में वह वासेपुर का डॉन बन गया। हत्यायों के प्रतिशोध में कई हत्याएं होती गईं...

Krishna Bihari Singh रविकांत झा, धनबादThu, 6 July 2023 09:38 AM
share Share
Follow Us on
गैंग्स ऑफ वासेपुर 3: फहीम खान क्यों बना था वासेपुर का डॉन, अब किससे चल रही अदावत

फिल्म गैंग्स ऑफ वासेपुर पार्ट-2 में एक डायलॉग है- बाप का..., दादा का... सबका बदला लेगा तेरा फैजल! फहीम खान के अतीत को जानने वाले भी फहीम के वास्तविक जीवन को इसी डायलॉग के इर्द-गिर्द पाते हैं। फहीम खान के गैंगस्टर बनने की कहानी के पीछे उसके पिता और भाई की हत्या को माना जाता है। लोग बताते हैं कि पिता शफी खान और भाई शमीम खान की हत्या के कारण ही फहीम खान ने हथियार उठाया था। बाद में वह वासेपुर का डॉन बन गया।

वर्चस्व की जंग में गई थी जान
धनबाद के वासेपुर और नया बाजार गैंग में वर्चस्व की जंग में 1983 में फहीम के पिता शफी खान की हत्या बरवाअड्डा के एक पेट्रोल पंप पर कर दी गई थी। इसके बाद 1986 में धनबाद कोर्ट परिसर में फहीम के बड़े भाई शमीम खान को शूटरों ने सरेआम गोलियों से भून दिया था। 

खूनी संघर्ष का लंबा इतिहास 
इन दोनों घटनाओं के बाद फहीम खान ने वासेपुर की सल्तनत अपने हाथ में ले ली। वासेपुर और नया बाजार गैंग में खूनी संघर्ष का लंबा इतिहास रहा है। यहां हत्यायों के प्रतिशोध में कई हत्याएं हुई हैं। 1989 में फहीम खान के छोटे भाई छोटे खान की रांगाटांड़ स्थित रेलवे लाइन के पास पत्थर से कूच कर हत्या कर दी गई थी।

कई हत्याओं के आरोप
वर्ष 1990 और 2000 के दशक में फहीम खान पर कई हत्याओं के आरोप लगे। इन्हीं में से एक सागिर की हत्या के मामले में फहीम खान को जून 2011 में फहीम को सजा हो गई। इसके बाद से वह जेल में ही है।

जेल में रहते भी फहीम पर लगते रहे हैं आरोप 
फहीम खान पर जेल में रहते हुए भी आरोप लगते हैं। इनमें धुर विरोधी साबिर आलम की रांची में हत्या का प्रयास, रेलवे ठेकेदार इरफान खान और धीरेंद्र प्रताप सिंह की हत्या, ठेकेदार संजय सिंह पर फायरिंग और सोनू उर्फ शहजाद की हत्या के आरोप फहीम खान पर लगे हैं।

अब भांजे से ही चल रही अदावत 
फहीम खान की उम्रकैद की सजा सुप्रीम कोर्ट ने भी बरकरार रखी है। लिहाजा वह कभी भी जेल से बाहर नहीं आएगा। जेल में रहने के बावजूद फहीम की जंग अपने चिरपरिचित दुश्मन साबिर आलम और अन्य से जारी है। विरोधियों से वह 40 वर्षों से लड़ रहा है। करीब नौ सालों से फहीम खान और उसकी बहन तथा भांजे आमने-सामने हैं। भांजा प्रिंस खान कई बार वीडियो जारी कर फहीम खान को ललकार चुका है। मामा-भांजों की दुश्मनी में कई कारोबारियों को कोपभाजन का शिकार बनना पड़ रहा है। 

अगला लेखऐप पर पढ़ें