सबको देख लूंगा, ED के सामने पेशी से पहले 'आदिवासी कार्ड' खेल गरजे हेमंत सोरेन
17 नवंबर को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को रांची स्थित ईडी कार्यालय में पेश होना है। इससे पहले वह बुधवार को जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि आपको तय करना है कि षड्यंत्रकारी शासन करेंगे या आदिवासी। वे हमें उखाड़

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झारखंड की सियासत एक बार तेज हो गई है। दरअसल, अवैध खनन मामले में कल मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ईडी ने पूछताछ के लिए बुलाया है। इससे पहले रांची में यूपीए विधायकों की बैठक बुलाई गई है। सभी विधायकों को रांच में ही रहने के निर्देश दिए गए हैं। इसके पहले CM हेमंत सोरेन ने कहा कि आपको तय करना है कि इस राज्य में षड्यंत्रकारियों का राज चलेगा या यहां के आदिवासियों का। हमें सत्ता से बेदखल करने के लिए ये लोग लगे हुए हैं, इन्हें पता है कि अगर मैं 5 साल यहां टिक गया तो आदिवासियों को मजबूत कर दूंगा। जो लोग बाहर से आकर यहां राजनीति करते हैं उन्हें बाहर कर दूंगा।
झामुमो कार्यकर्ताओं ने बीजेपी पर लगाया आरोप
मोरहाबादी मैदान में जुटे सीएम हेमंत सोरेन के समर्थकों ने कहा कि ईडी की कार्रवाई सरकार को अस्थिर करने की साजिश है। बीजेपी, राज्य में एक आदिवासी मुख्यमंत्री को बर्दाश्त नहीं कर पा रही है। यही वजह है कि बीजेपी केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। समर्थकों ने कहा कि हम सभी मुख्यमंत्री का समर्थन करने के लिए यहां पहुंचे हैं। समर्थकों की योजना सीएम आवास जाकर मुख्यमंत्री से मुलाकात करने की भी है। बता दें कि आज एक बीजेपी नेता झारखंड मुक्ति मोर्चा ज्वॉइन करने वाले हैं। कार्यकर्ता उसमें भी शरीक होंगे।
राजधानी रांची में इकट्ठा होने लगे हैं समर्थक
बता दें कि जब 3 नवंबर को मुख्यमंत्री को ईडी ने बुलाया था उस वक्त भी कार्यकर्ताओं का हुजूम राजधानी रांची में इकट्ठा हुआ था। उस दिन भी कार्यकर्ता पहले मोरहाबादी मैदान में जुटे और फिर मुख्यमंत्री आवास के बाहर इकट्ठा हो गए। मुख्यमंत्री ने कार्यकर्ताओं को संबोधित भी किया था। इधर, 17 नवंबर को हंगामे की आशंका को देखते हुए ईडी ने पुलिस मुख्यालय को पत्र लिखकर अतिरिक्त सुरक्षा की मांग की है।