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झारखंड चुनाव 2019: गढ़वा विधानसभा सीट पर मतदान संपन्न, 66.04% हुई वोटिंग

झारखंड की गढ़वा विधानसभा सीट पर मतदान संपन्न हो गया है। चुनाव आयोग के मुताबिक गढ़वा विधानसभा सीट पर 66.04% मतादान दर्ज किया गया है। इस क्षेत्र में सिंचाई और पेयजल बड़ा मुद्दा बना हुआ है।...

झारखंड चुनाव 2019: गढ़वा विधानसभा सीट पर मतदान संपन्न, 66.04% हुई वोटिंग
हिन्दुस्तान टीम,गढ़वाSat, 30 Nov 2019 07:40 PM
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झारखंड की गढ़वा विधानसभा सीट पर मतदान संपन्न हो गया है। चुनाव आयोग के मुताबिक गढ़वा विधानसभा सीट पर 66.04% मतादान दर्ज किया गया है। इस क्षेत्र में सिंचाई और पेयजल बड़ा मुद्दा बना हुआ है। विधायक सत्येंद्र तिवारी को जेएमएम के मिथिलेश ठाकुर से चुनौती मिल रही है। सत्येंद्र नाथ तिवारी पिछली बार भी चुनाव जीते थे। इस बार भाजपा के उम्मीदवार हैं। चार बार विधायक रहे गिरिनाथ सिंह ने लोकसभा चुनाव के समय भाजपा का दामन थामा, लेकिन उन्हें टिकट नहीं मिला।

मतदान प्रतिशत 66.04%

प्रमुख उम्मीदवार
भाजपा-सत्येंद्र नाथ तिवारी
झामुमोः मिथिलेश ठाकुर
झाविमोः सूरज कुमार गुप्ता

मतदान केंद्र:455
कुल मतदाता-3,65,395
पुरुष मतदाता-1,93,168
महिला मतदाता-1,72,227

गढ़वा विधानसभा सीट का राजनीतिक इतिहास
गढ़वा अनारक्षित सीट है। चुनाव से पहले भाजपा में शामिल होने से पहले राजद से चुनाव जीते गिरिनाथ सिंह और उनके पिता गोपीनाथ सिंह का 25 साल तक एकछत्र राज रहा। वर्ष 2009 में झाविमो की टिकट पर सत्येंद्रनाथ तिवारी ने गिरिनाथ को हराकर उनके जीत का सिलसिला तोड़ा था। 2009 में सत्येंद्रनाथ ने गिरिनाथ को 10 हजार 62 मतों से हराया था। 1977 के चुनाव में जनता पार्टी के विनोद नारायण दीक्षित ने कांग्रेस के देवराज तिवारी को हराया था। 1980 में हुए चुनाव में कांग्रेस के युगल किशोर पांडेय ने गोपीनाथ सिंह को हराया था। 1985 के चुनाव में उलटफेर हुआ और गोपीनाथ ने युगल किशोर पांडेय को हरा दिया। 1990 में गोपीनाथ ने लगातार दूसरी बाद जीत हासिल की।

उन्होंने इस चुनाव में भी युगल किशोर को शिकस्त दी थी। गिरिनाथ सिंह अपने पिता की मौत के बाद 1993 में पहली बार उपचुनाव लड़े और जीत हासिल की। उन्होंने श्यामनारायण दूबे को हराया था। 1995 में भी दूबे को उन्होंने फिर हराया था। 2000 में राजद की टिकट पर वह चुनाव जीते। उन्होंने फिर से दूबे को शिकस्त दी। 2005 में गिरिनाथ ने जदयू के सिराज अहमद को हराया था।

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