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JAC 10th board exam result 2020 : बेटे इस बार भी बेटियों से आगे निकले

झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) ने बुधवार को मैट्रिक 2020 का रिजल्ट जारी कर दिया। इसमें लगातार दूसरी बार राज्य के बेटे बेटियों से आगे रहे। परीक्षा में 75.88 प्रतिशत लड़के सफल हुए हैं, जबकि लड़कियों का पास...

JAC 10th board exam result 2020 : बेटे इस बार भी बेटियों से आगे निकले
रांची हिन्दुस्तान ब्यूरो Thu, 09 Jul 2020 01:17 AM
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झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) ने बुधवार को मैट्रिक 2020 का रिजल्ट जारी कर दिया। इसमें लगातार दूसरी बार राज्य के बेटे बेटियों से आगे रहे। परीक्षा में 75.88 प्रतिशत लड़के सफल हुए हैं, जबकि लड़कियों का पास प्रतिशत 74.25 रहा। इस वर्ष राज्यभर से 180532 छात्रों ने परीक्षा दी थी, इनमें 137003 उत्तीर्ण हुए, वहीं कुल 204612 छात्राओं ने परीक्षा दी थी, इसमें 151925 को सफलता मिली है।

जिलावार रिजल्ट का आंकड़ा देखें तो सर्वाधिक 83.06 प्रतिशत उत्तीर्णता के साथ कोडरमा जिला अव्वल रहा, वहीं मात्र 63.98 प्रतिशत उत्तीर्णता के साथ पाकुड़ फिसड्डी साबित हुआ। 
रांची जिले के 80.05 प्रतिशत बच्चे पास हुए हैं, इसके साथ ही रांची ने राज्यभर में दूसरा स्थान हासिल किया है। 80.03 प्रतिशत के साथ पलामू तीसरे स्थान पर रहा। कोडरमा जिला पिछले साल 74.84 प्रतिशत रिजल्ट के साथ सातवें स्थान पर रहा था। कोडरमा के रिजल्ट में आठ फीसदी का इजाफा हुआ है। रांची जिला भी पिछले साल छठे स्थान पर था। पिछले साल रांची के 76.42 फीसदी छात्र-छात्राएं पास हुए थे। रांची के रिजल्ट में करीब साढ़े तीन फीसदी का इजाफा हुआ है। पलामू जिले के रिजल्ट में भी सुधार हुआ, लेकिन वह पहले स्थान से तीसरे स्थान पर खिसक गया है।

जामताड़ा का 22 फीसदी सुधरा रिजल्ट : जामताड़ा जिले के रिजल्ट में 21.87 प्रतिशत का सुधार हुआ है। पिछले साल 52.54 प्रतिशत के साथ जामताड़ा अंतिम पायदान पर था। इस साल 74.41 प्रतिशत के साथ 13वें स्थान पर रहा। लातेहार जिले के रिजल्ट में 11.58 प्रतिशत का सुधार हुआ है, लेकिन वह पिछले साल की तरह इस बार भी 23वें स्थान पर रहा। 

पिछड़ा वर्ग के परीक्षार्थियों का रहा दबदबा : मैट्रिक परीक्षा में पिछड़ी जाति के परीक्षार्थियों का इस बार दबदबा रहा है। पिछड़ी जाति के 79.88 प्रतिशत बच्चे सफल हुए हैं। इसके बाद दूसरे स्थान पर अत्यंत पिछड़ी जाति के बच्चे सफल रहें, इनकी सफलता का दर 77.05 प्रतिशत रहा है। तीसरे स्थान पर अनुसूचित जनजाति के विद्यार्थी रहे, इस वर्ग के 74.37 प्रतिशत छात्र-छात्राएं परीक्षा में सफल रहे। चौथे स्थान पर सामान्य वर्ग के 74.01 प्रतिशत बच्चे पास हुए, जबकि 71.11 प्रतिशत के साथ अनुसूचित जाति वर्ग के बच्चे पांचवें स्थान पर रहे। सबसे अधिक परीक्षार्थी भी पिछड़ी जाति से ही शामिल हुए थे।  

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