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30 से बढ़कर 60 लाख घरों तक पहुंची बिजली, पर उत्पाद नहीं बढ़ा, घंटो लोड शेडिंग 

राज्य में बिजली संकट बुधवार को भी गहराया। बिजली की मांग और आपूर्ति में दोपहर तक 330 मेगावाट का अंतर हो गया। राज्य के शहरी हिस्सों में चार घंटे और ग्रामीण इलाकों में छह घंटे से अधिक आपात कटौती शुरू हो...

30 से बढ़कर 60 लाख घरों तक पहुंची बिजली, पर उत्पाद नहीं बढ़ा, घंटो लोड शेडिंग 
रांची, हिन्दुस्तान ब्यूरोThu, 13 Dec 2018 07:25 PM
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राज्य में बिजली संकट बुधवार को भी गहराया। बिजली की मांग और आपूर्ति में दोपहर तक 330 मेगावाट का अंतर हो गया। राज्य के शहरी हिस्सों में चार घंटे और ग्रामीण इलाकों में छह घंटे से अधिक आपात कटौती शुरू हो गई। स्थिति बिगड़ती देख शाम के वक्त सिकिदरी हाइड्रो पावर की दोनों इकाईयों से आपात उत्पादन कर रांची के संकट को दूर किया गया, लेकिन राज्य की स्थिति में खास सुधार नहीं हो सका। 

राज्य में बिजली 30 लाख से बढ़कर 61 लाख घरों तक पहुंच गई है। इस कारण बिजली की मांग 2200 मेगावाट से बढ़कर 2650 मेगावाट से अधिक हो गई है। उत्पादन का एक मात्र स्रोत तेनुघाट विद्युत उत्पादन निगम (टीवीएनएल) की एक इकाई बंद होने से 370 की जगह 210 मेगावाट तक ही बिजली उत्पादन हो पा रहा है। यानि करीब 2450 मेगावाट बिजली के लिए झारखंड बिजली वितरण निगम (जेबीवीएनएल) केंद्रीय पुल, इंडियन एनर्जी एक्सचेंज एवं राज्य की अन्य निजी उत्पादन इकाईयों पर निर्भर है। 

संकट गहराने पर बुधवार को सिकिदिरी हाइड्रो पावर प्लांट को चलाकर 102 मेगावाट बिजली पैदा की गई। इससे राजधानी रांची का संकट दूर किया गया, लेकिन राज्य में 250 मेगावाट तक बिजली संकट गहराया रहा। स्थिति बिगड़ती देख जेबीवीएनएल के आला अधिकारियों ने इंडियन एनर्जी एक्सचेंज से अतिरिक्त बिजली का प्रबंध करने का निर्देश दिया। 

जेबीवीएनएल ने शाम तक 90 मेगावाट बिजली का इंडियन एनर्जी एक्सचेंज से अतिरिक्त प्रबंध किया। इसके बावजूद राज्य में 170 मेगावाट बिजली की उपलब्धता कम रही। दूसरी ओर टीवीएनएल की बंद इकाई से उत्पादन शुरू करने को लेकर कोई ठोस पहल नहीं हो पाई है। न ही डीवीसी और टीवीएनएल को बकाया भुगतान की प्रक्रिया आगे बढ़ी है। 

जेबीवीएनएल मुख्यालय के मुख्य अभियंता (राजस्व एवं वाणिज्य) सुनील कुमार ठाकुर के अनुसर सिकिदिरी से आपात उत्पादन कर रांची के बिजली संकट को दूर कर लिया गया है। राज्य में संकट खत्म करने के लिए इंडियन एनर्जी एक्सचेंज से 90 मेगावाट बिजली का प्रबंध किया गया है। उपभोक्ताओं को परेशानी नहीं होगी।   

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