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Cyclone Fani: झारखंड के दक्षिणी भाग में आंधी के साथ जोरदार बारिश

चक्रवात तूफान फेनी के कारण शुक्रवार को झारखंड के दक्षिणी इलाके में जोरदार बारिश हुई। पूर्वी और पश्चिमी सिंहभूम, सरायकेला खरसांवा आदि जिलों में 50 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से चली आंधी के साथ जोरदार...

Cyclone Fani: झारखंड के दक्षिणी भाग में आंधी के साथ जोरदार बारिश
वरीय संवाददाता, रांची। Sat, 04 May 2019 12:14 AM
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चक्रवात तूफान फेनी के कारण शुक्रवार को झारखंड के दक्षिणी इलाके में जोरदार बारिश हुई। पूर्वी और पश्चिमी सिंहभूम, सरायकेला खरसांवा आदि जिलों में 50 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से चली आंधी के साथ जोरदार बारिश हुई। जमशेदपुर में 25.4 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।

तूफान के कारण रांची एयरपोर्ट से एयर इंडिया की दो, इंडिगो और एयर एशिया की एक-एक विमान सेवा रद्द कर दी गई। पुरी से आनेवाली पांच ट्रेनें रद्द रहीं। रांची, धनबाद, जामताड़ा, दुमका, देवघर, गिरिडीह और पाकड़  में गहरे बादल छाए हुए हैं। यहां लगातार धीमी बारिश हो रही है। पूरे राज्य का तापमान सामान्य से चार डिग्री नीचे आ गया है। तूफान के कारण पलामू में भी भीषण गर्मी से राहत मिली है। यहां शुक्रवार को तापमान का पारा 37.8 डिग्री दर्ज किया गया। जबकि रांची और जमशेदपुर के अधिकतम तापमान में 14 डिग्री की कमी आई है। राजधानी का अधिकतम तापमान 26.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।

आंधी-बारिश से ब्रेक डाउन, बिजली आपूर्ति हुई बाधित
चक्रवाती तूफान फेनी का असर झारखंड की राजधानी रांची सहित राज्य के कई इलाकों में शुक्रवार शाम से देखने को मिलने लगा। गिरिडीह स्थित जमुआ में 33 केवी लाइन से बिजली का प्रवाह रोकना पड़ा। देवघर शहरी क्षेत्र में आपूर्ति सामान्य रही। मोहनपुर, मवाडीह और रोहिनी में ब्रेक डाउन के कारण बिजली आपूर्ति बाधित हुई। हजारीबाग में तेज हवा चलने से आपूर्ति प्रभावित रही।

रिमझिम फुहारों से रांची का मौसम सुहावना हो गया। इस कारण पिछले 24 घंटे में बिजली की मांग 2000 से घटकर 1300 मेगावाट रह गई। करीब 700 मेगावाट की कमी दर्ज की गई। सरकारी स्तर पर राज्य में केवल तेनुघाट की दो यूनिटों से करीब 364 मेगावाट बिजली पैदा की जाती है। शेष बिजली जेबीवीएनएल राष्ट्रीय ग्रिड और इंडियन एनर्जी एक्सचेंज से प्रबंध करता है। मांग घटने और बढ़ने पर यथास्थिति प्रबंध करना होता है। फेनी के कारण बिजली की मांग में 700 मेगावाट की एकाएक कमी आने पर जेबीवीएनएल ने इंडियन एनर्जी एक्सचेंज के माध्यम से दूसरे राज्यों को बिजली बेच दी।

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