हजारीबाग: हाथियों का झुंड जंगल में आने की सूचना पर प्रणाम करने पहुंची महिला, गजराज ने कुचलकर मार डाला
हजारीबाग जिले के दारू और टाटीझरिया में जंगली हाथियों ने 13 घंटे के अंतराल में दो लोगों को कुचलकर मार डाला। पहली घटना बुधवार रात को दारू के चिरुवां में हुई, जहां खेत की रखवाली करने गए महाबीर साहू उर्फ...
हजारीबाग जिले के दारू और टाटीझरिया में जंगली हाथियों ने 13 घंटे के अंतराल में दो लोगों को कुचलकर मार डाला। पहली घटना बुधवार रात को दारू के चिरुवां में हुई, जहां खेत की रखवाली करने गए महाबीर साहू उर्फ लुतर साव पर हाथी ने हमला कर दिया। इस घटना में महाबीर की मौके पर ही मौत हो गई।
दूसरी घटना गुरुवार की सुबह 11 बजे टाटीझरिया के अमनारी जंगल में हुई। सरस्वती नामक वृद्धा बकरी चराने जंगल में गई थी। उसे जब पता चला कि हाथियों का झुंड पास में है तो वह हाथियों को प्रणाम करने चली गई। इसी दौरान हाथियों ने उसे कुचलकर मार डाला।
ग्रामीणों के अनुसार महाबीर साहू अपने अरहर के खेत को देखने रात करीब 10 बजे भीड़ के साथ गया था। कुछ देर के लिए भीड़ से अलग होकर अकेले ही अपनी बाड़ी की ओर गया जहां हाथियों के झुंड से बिछड़ कर एक हाथी खड़ा था। महाबीर को देखकर उसने सूंड़ से उसे पटक दिया और पैरों से कुचल-कुचल कर मार डाला। सूचना पाकर वन विभाग के पदाधिकारी मौके पर पहुंचे। इसके बाद मृतक महाबीर के परिजनों को नकद 50 हजार रुपए मुआवजा दिया।
वहीं पश्चिमी क्षेत्र वन विभाग की टीम ने सरस्वती के घर पहुंच 25 हजार रुपए मुआवजा दिया। हजारीबाग के आरसीसीएफ संजीव कुमार ने कहा कि प्रभावितों को तुरंत मुआवजा राशि दिलवाई गई है। अन्य देय भुगतान शीघ्र करवाया जाएगा। बांकुड़ा की टीम हाथियों को सुरक्षित खदेड़ कर आबादी से दूर पहुंचाने में जुटी है।