झारखंड: मेडिकल साइंस कर रहा तरक्की, कम खर्च में इलाज के लिए रिसर्च करें डॉक्टर- राज्यपाल
राज्यपाल रमेश बैस ने कहा है कि अस्थिरोग विशेषज्ञों के लिए ओर्थोपेडिक्स के क्षेत्र में कई प्रकार की चुनौतियां हैं। कम खर्च में उत्तम और नवीनतम तरीकों से इलाज समय की जरूरत है। चिकित्सा शास्त्र को सभी...
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राज्यपाल रमेश बैस ने कहा है कि अस्थिरोग विशेषज्ञों के लिए ओर्थोपेडिक्स के क्षेत्र में कई प्रकार की चुनौतियां हैं। कम खर्च में उत्तम और नवीनतम तरीकों से इलाज समय की जरूरत है। चिकित्सा शास्त्र को सभी शास्त्रों में महत्वपूर्ण एवं श्रेष्ठ माना गया है, क्योंकि इसके द्वारा पीड़ित मानवता की सेवा होती है। हमारे समाज में चिकित्सकों का विशिष्ट स्थान है और उन्हें बहुत ही सम्मान के साथ देखा जाता है। यहां तक कि उन्हें भगवान का दर्जा भी दिया जाता हैं।
ये बातें उन्होंने सेन्ट्रल जोन ऑफ इंडियन ऑर्थोपेडिक एसोसिएशन द्वारा आयोजित एनुअल हाइब्रिड (फिजिकल एवं वर्चुअल) कॉन्फ्रेंस में विडियो कॉन्फ्रेसिंग माध्यम से कही।
राज्यपाल ने कहा कि मेडिकल साइंस काफी एडवांस हो चुका है। इसमें नये-नए रिसर्च हो रहे हैं। इस पेशे में डॉक्टरों को अपने आपको अपडेट रखने में निरंतर प्रशिक्षण और शोध की आवश्यकता है, ताकि वे मरीजों और पीड़ितों की बेहतर सेवा कर सकें। इन उद्देश्यों की पूर्ति के लिये इस तरह के सम्मेलनों का आयोजन प्रतिभागियों के लिए बहुत ही सार्थक साबित होगा।
उन्होंने कहा कि एक डॉक्टर की प्रतिष्ठा रोगी के प्रति उसका दृष्टिकोण, प्रतिबद्धता, ज्ञान, व्यावहारिक कौशल और योग्यता से निर्धारित होती है। ऐसे में हमारे चिकित्सकों की जिम्मेदारी व दायित्व मरीजों के प्रति और भी बढ़ जाता है।
केंद्रीय कोयला एवं खान मंत्री प्रहलाद जोशी ने राजभवन जाकर राज्यपाल रमेश बैस से शिष्टाचार भेंट की।