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स्टेशन पर भटकती मिली थी बच्ची, तस्कर को ही पुलिस ने सौंप दिया

झारखंड की 14 साल की नाबालिग को तस्कर झांसा देकर दिल्ली ले जा रहे थे। रास्ते में गाजियाबाद स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर तीन पर नाबालिग को गाजियाबाद जीआरपी ने बरामद किया। लेकिन परिजनों को सौंपने के बजाय...

स्टेशन पर भटकती मिली थी बच्ची, तस्कर को ही पुलिस ने सौंप दिया
मुख्य संवाददाता ,रांचीFri, 26 Jul 2019 09:35 AM
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झारखंड की 14 साल की नाबालिग को तस्कर झांसा देकर दिल्ली ले जा रहे थे। रास्ते में गाजियाबाद स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर तीन पर नाबालिग को गाजियाबाद जीआरपी ने बरामद किया। लेकिन परिजनों को सौंपने के बजाय गाजियाबाद रेल पुलिस और स्थानीय एनजीओ ने बगैर सत्यापन नाबालिग को तस्कर दिलीप किडो को ही सौंप दिया। नाबालिग के परिजन गुरुवार को सिल्ली से दिल्ली के लिए रवाना हुए। परिजनों की शिकायत थी कि पूरे मामले में उन्होंने सिल्ली थाने में एफआईआर दर्ज कराने की कोशिश भी की, लेकिन पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं की।

9 जुलाई को अचानक गायब हो गई थी नाबालिग
परिजनों के मुताबिक, नाबालिग 9 जुलाई की शाम छह बजे तक घर नहीं आयी। 10 जून को नाबालिग की बड़ी बहन के मोबाइल नंबर पर 8826595408 से फोन आया। फोन करने वाले ने बताया कि नाबालिग अब पंद्रह साल के बाद घर आएगी। उसे जीआरपी गाजियाबाद ने पकड़ लिया है। नाबालिग के परिजनों के मुताबिक, फोन आने के बाद सभी मूरी जीआरपी गए। वहां से गाजियाबाद जीआरपी से संपर्क किया गया, तब बताया गया कि बच्ची को किसी एनजीओ को सौंपा गया है। 

कैसे गाजियाबाद जीआरपी व एनजीओ ने छोड़ा
गाजियाबाद जीआरपी की इंट्री के मुताबिक, बच्ची के भाई दिलीप किडो से संपर्क करने के बाद उसे सौंप दिया गया। लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि तस्कर दिलीप किंडो का आधार कार्ड सिमडेगा के पते पर बना है, वहीं दिलीप ने सबूत के तौर पर नाबालिग का आधार कार्ड जीआरपी गाजियाबाद को दिया है, उस आधारकार्ड में नाबालिग का पता रांची के सिल्ली का दर्ज है। 
 

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