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जमशेदपुर में आईआरबी बहाली में पांच अभ्यर्थी बेहोश, एक की मौत

इंडियन रिजर्व बटालियन (आईआरबी) की बहाली के दौरान बुधवार को जैप-6 मुख्यालय सिदगोड़ा में पांच अभ्यर्थी बेहोश हो गये। सभी को तत्काल एंबुलेंस से एमजीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया। इनमें से एक की इलाज के...

जमशेदपुर में आईआरबी बहाली में पांच अभ्यर्थी बेहोश, एक की मौत
जमशेदपुर। वरीय संवाददाताWed, 11 Jul 2018 07:31 PM
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इंडियन रिजर्व बटालियन (आईआरबी) की बहाली के दौरान बुधवार को जैप-6 मुख्यालय सिदगोड़ा में पांच अभ्यर्थी बेहोश हो गये। सभी को तत्काल एंबुलेंस से एमजीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया। इनमें से एक की इलाज के दौरान मौत हो गई। मृतक राजकुमार साव (28) बोकारो के घटियाली का रहने वाला था। वहीं बेहोश होने वालों में चंदन मुंडा (लोहरदगा), मिथुन सिंह (नई दिल्ली), सत्यजीत निराला (भागलपुर) व राहुल उपाध्याय (बिरसानगर, जमशेदपुर) शामिल हैं। चंदन, मिथुन और सत्यजीत का एमजीएम में इलाज चल रहा है, जबकि राहुल की गंभीर स्थिति के कारण टीएमएच रेफर कर दिया गया है।

अभ्यर्थियों ने बताया कि बुधवार को आईआरबी बहाली के लिए शारीरिक दौड़ जैप-6 मुख्यालय में 10 किलोमीटर दौड़ थी। इसमें 200 अभ्यर्थियों को शामिल होना था। सुबह साढ़े पांच बजे से दौड़ शुरू हुई। बेहोश हुए अभ्यर्थियों का करीब साढ़े तीन घंटे बाद दौड़ का नंबर आया और दौड़ के दौरान वे बेहोश हो गए। उन्हें एमजीएम अस्पताल ले जाया गया। अत्यधिक डिहाइड्रेशन के कारण और सांस में तकलीफ से राजकुमार साव की मौत अस्पताल में मौत हो गई।

भूख, धूप और डिहाइड्रेशन के शिकार हुए अभ्यर्थी
अभ्यर्थियों ने बताया कि कैंप में सभी अभ्यर्थी सुबह साढ़े चार बजे से जमे हुए थे। पर इस दौरान खाने के लिए कुछ उपलब्ध नहीं कराया गया। यहां तक कि उनके छाया में बैठने की भी कोई व्यवस्था नहीं थी तो वहीं पानी का प्रबंध भी समुचित नहीं था। एमजीएम के डॉक्टरों का भी कहना है कि भूखे-प्यास व तेज धूप में बैठे रहने के कारण पांचों अभ्यर्थी डिहाइड्रेशन के शिकार हुए।

काफी देर से पहुंचे अस्पताल
जानकारी के अनुसार बेहोश हुए अभ्यर्थियों को काफी देर के बाद अस्पताल पहुंचाया गया। दरअसल एमजीएम पहुंचे जैप-6 पदाधिकारियों को मालूम ही नहीं था कि किस पदाधिकारी के द्वारा अभ्यर्थियों को एमजीएम पहुंचाया गया। वहीं पता चला कि अभ्यर्थी करीब दस बजे मैदान पर बेहोश हुए थे, पर उन्हें करीब 12 बजे एमजीएम पहुंचाया गया।

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अभ्यर्थियों का आरोप, नहीं थे एक भी सीनियर डॉक्टर
अभ्यर्थियों का आरोप है कि जब उन्हें एमजीएम में भर्ती कराया गया तो मौके पर एक भी सीनियर डॉक्टर मौजूद नहीं थे। मृतक के कागलनगर निवासी चचेरे भाई संदीप कुमार साव ने बताया कि राजकुमार एमजीएम में भर्ती होने के काफी देर तक तड़पता रहा। जूनियर डॉक्टरों ने उसे देखा, मौके पर एक भी सीनियर डॉक्टर मौजूद नहीं था। जबतक जूनियर डॉक्टरों के कुछ समझ में आता राजकुमार ने दम तोड़ दिया। राजकुमार के पिता मनोज कुमार साव, बोकारों में एक प्राइवेट कंपनी में काम करते हैं।

एमजीएम अस्पताल के अधीक्षक डॉ. एसएन झा ने बताया कि पांच अभ्यर्थियों को गंभीर हालत में भर्ती कराया गया था। सभी पांच गंभीर रूप से डिहाइड्रेशन से पीड़ित थे। इलाज का हरसंभव प्रयास किया गया। पर एक अभ्यर्थी की इलाज के क्रम में मौत हो गई। एक को टीएमएच रेफर कर दिया गया। जबकि शेष तीन अस्पताल में इलाजरत हैं। उनकी स्थिति में लगातार सुधार हो रहा है।

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आईआरबी चयन पर्षद के चेयरमैन प्रभात कुमार ने बताया कि बहाली स्थल पर तमाम व्यवस्था की गई है। सुबह 5.15 बजे से दौड़ के साथ शारीरिक जांच की प्रक्रिया शुरू हो जाती है। 2000 अभ्यर्थी आए हैं, जिसमें प्रतिदिन 200 की शारीरिक परीक्षा हो रही है। राजकुमार साव भी उनमें से एक था। उसके बेहोश होते ही तत्काल ही एमजीएम अस्पताल भेजा गया।

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