हॉकी के पूर्व ओलंपियन माइकल किंडो का गुरुवार को निधन हो गया। वे 73 वर्ष के थे। गुरुवार की सुबह अचानक उनकी तबीयत बिगड़ने पर उन्हें आईजीएस राउरकेला में भर्ती कराया गया, जहां दोपहर तीन बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। परिवार में पत्नी और बेटा है।
माइकल किंडो का जन्म सिमडेगा के कुरडेग प्रखंड स्थित बइघमा गांव में 1947 में हुआ था। उन्होंने सेना में नौकरी करते हुए भारतीय हॉकी टीम में जगह बनाई और कई वर्ल्ड कप में भारत को पदक दिलाया। 1972 में म्यूनिख ओलंपिक में भारतीय टीम ने कांस्य पदक जीता था। माइकल किंडो इस टीम का हिस्सा थे। 1971 विश्व कप में कांस्य पदक, 1973 विश्व कप में रजत और 1975 विश्वकप में स्वर्ण पदक उनके खाते में है। इसके अलावा एशियन गेम्स, एशिया कप, कॉमनवेल्थ गेम सहित कई बड़ी प्रतियोगिता में भी भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व किया।
उनकी उपलब्धि को देखते हुए भारत सरकार ने उन्हें अर्जुन पुरस्कार से नवाजा था। माइकल किंडो सेना से सेवानिवृत्त होने के बाद सेल राउरकेला की हॉकी अकादमी में प्रशिक्षक की भूमिका में रहे। इस दौरान उन्होंने कई अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी तैयार किए। सेल से रिटायर होने के बाद वे वहीं बस गए थे।