जेल से छूटे तो भी पुलिस रखेगी नजर, शहर से निकले तो थाने में बताना होगा; अपराधियों पर अब यूं लगेगा लगाम
Jharkhand News : बता दें कि इसमें ऐसे अपराधी शामिल किए गए हैं जिनके खिलाफ एक से ज्यादा मामले दर्ज हैं। एसएसपी किशोर कौशल ने बताया कि ऐसे अपराधियों पर निगरानी पंजी की मदद से पुलिस नजर रखेगी।

जेल से छूटकर फिर अपराध की दुनिया में रमने वालों पर लगाम लगाने के लिए पूर्वी सिंहभूम जिले की पुलिस ने फुलप्रूफ प्लान तैयार किया है। ऐसे अपराधियों पर अंकुश लगाने के लिए निगरानी पंजी बनाई जाएगी। इस पंजी में जिले के सभी 16 थानों के 83 अपराधियों के नाम फिलहाल दर्ज किए जाएंगे। ये वो अपराधी हैं जिन्हें पुलिस ने काफी होमवर्क के बाद चिन्हित किया है। इन अपराधियों में वैसे लोग शामिल हैं जो हत्या, लूट , छिनतई, चोरी और फायरिंग की घटनाओं को अंजाम देते हैं। एसएसपी ने सभी थानों से ऐसे अपराधियों की सूची मांगी थी। इसके लिए बकायदा थानों को निर्देश जारी किये गये थे। उन्हें यह स्पष्ट तौर पर कहा गया था कि छानबीन के बाद ही ऐसे अपराधियों की सूची तैयार की जाए, जिससे कि किसी निर्दोष का अहित न हो। इसके लिए कई स्तरों पर बकायदा तहकीकात करने को कहा गया था। थानों को यह कहा गया था कि गैर आदतन और आदतन अपराधियों की सूची तैयार कर उसे संकलित करने का कार्य करें। यह अपराधियों के बारे में व्यक्तिगत और आपराधिक डेटा पुलिस के पास उपलब्ध हो, जिससे यह भविष्य में भी जरूरत पड़ने पर काम आ सके।
उपायुक्त के पास भेजा गया है प्रस्ताव
जिला पुलिस मुख्यालय को सूची के बाद निगरानी पंजी की कार्ययोजना तैयार की गई है। आदतन अपराधियों की सूची एवं निगरानी पंजी का प्रस्ताव उपायुक्त के पास भेजा गया है। इसमें ऐसे अपराधी शामिल किए गए हैं जिनके खिलाफ एक से ज्यादा मामले दर्ज हैं। एसएसपी किशोर कौशल ने बताया कि ऐसे अपराधियों पर निगरानी पंजी की मदद से पुलिस नजर रखेगी। इनमें जेल से छूटने के बाद अपराधियों के काम से लेकर उनकी गतिविधियों को दर्ज किया जाएगा। अपराधियों के परिजनों की सूची के साथ उनके बारे में भी सारी जानकारियां दर्ज होंगी। ऐस करने से दोबारा अपराध करने पर पुलिस को उस तक पहुंचने में सहूलियत होगी। निगरानी पंजी शुरू होने पर अपराधी को शहर छोड़ने से पूर्व संबंधित थाने को भी सूचना देनी होगी।
सबसे अधिक गोविंदपुर में 13,तो बहरागोड़ा में 1 केस दर्ज
पुलिस की तहकीकात में यह पता चला है कि सबसे अधिक आदतन अपराध के 13 मामले जमशेदपुर शहर के गोविंदपुर थाने में दर्ज हैं, जबकि सबसे कम बहरागोड़ा थाना में एक मामला दर्ज किया गया है। उलीडीह में 11 तो सोनारी में इस प्रकार के 12 मामले दर्ज हैं। जादूगोड़ा में ऐसे मामलों की संख्या 5 है। जिले में तीन ऐसे अपराधी हैं जिन पर सात से अधिक मामले दर्ज हैं। छह मामले दर्ज होने वालों में दो लोग शामिल हैं।
