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7 साल तक पूर्व सिविल सर्जन की पेंशन से हर महीने कटेगी 20 प्रतिशत सैलरी, जानें इसकी वजह

स्वास्थ्य विभाग ने धनबाद के पूर्व सिविल सर्जन डॉ. गोपाल दास की पेंशन से लगातार सात वर्षों तक हर महीने 20 प्रतिशत की राशि काटने का फैसला दिया है। ऐसा एक मरीज की मौत के कारण हुआ है।

7 साल तक पूर्व सिविल सर्जन की पेंशन से हर महीने कटेगी 20 प्रतिशत सैलरी, जानें इसकी वजह
Sneha Baluniवरीय संवाददाता,धनबादSat, 12 Nov 2022 04:04 PM

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धनबाद के पूर्व सिविल सर्जन (अब सेवानिवृत्त) डॉ. गोपाल दास की पेंशन से लगातार सात वर्षों तक हर महीने 20 प्रतिशत की कटौती की जाएगी। बोकारो के दुग्दा निवासी बबलू सिंह की पत्नी सोनी कुमारी के मौत प्रकरण में विभाग ने यह कार्रवाई की है। सोनी की मौत के मामले में डॉ. दास पर गलत जांच रिपोर्ट बनाने और चक्रवर्ती नर्सिंग होम के पक्ष में साक्ष्य छिपा कर उसे क्लीनचिट देने का आरोप है। विभाग ने इसका आदेश जारी कर दिया है। अधिकारियों के अनुसार डॉ. दास को लगभग 90 हजार रुपए पेंशन मिलती है। इस आदेश के बाद उनकी पेंशन की कुल राशि से लगभग 18 हजार रुपए की कटौती होगी। डॉ. दास को हजारीबाग में पेंशन का भुगतान किया जाता है।

यह है मामला 

बबलू सिंह की पत्नी सोनी कुमारी को धनबाद के चक्रवर्ती नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया था। यहां इलाज के दौरान तबीयत बिगड़ने पर उन्हें 11 जून 2019 को बीजीएच बोकारो रेफर किया गया था। बीजीएच से उन्हें 12 जून को रांची मेडिका रेफर कर दिया गया। 24 जून 2019 को मेडिका में सोनी की मौत हो गई। सोनी के पति बबलू सिंह का आरोप है कि चक्रवर्ती नर्सिंग होम में इलाज के दौरान लापरवाही के कारण उनकी पत्नी की मौत हुई थी। 

इसे लेकर मेडिका द्वारा उपलब्ध कराए गए साक्ष्यों के साथ मामले की लिखित शिकायत तत्कालीन सिविल सर्जन धनबाद डॉ. गोपाल दास से की थी। आरोप है कि डॉ. दास ने मामले की जांच की और बबलू सिंह द्वारा उपलब्ध कराए गए साक्ष्यों को नजरअंदाज करते हुए चक्रवर्ती नर्सिंग होम को क्लीनचिट दे दी। बबलू की शिकायत पर प्रशासन की ओर से तत्कालीन एडीएम (लॉ एंड ऑर्डर) ने मामले की जांच की थी। 

इस जांच में सिविल सर्जन की रिपोर्ट को गलत ठहराया गया था। इसके बाद दो बार राज्यस्तरीय टीम से मामले की जांच कराई गई थी। इस टीम ने भी सिविल सर्जन की जांच को गलत ठहराया था। इसके बाद विभाग ने उनकी पेंशन से सात वर्षों तक हर महीने 20 प्रतिशत राशि कटौती का निर्देश दिया है। धनबाद के तत्कालीन सिविल सर्जन डॉ. गोपाल दास को प्रमोशन के साथ हजारीबाग तबादला कर दिया गया था। वे हजारीबाग में उत्तरी छोटानागपुर के क्षेत्रीय उप निदेशक स्वास्थ्य सेवाएं के पद पर कार्यरत थे।

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