सीएम हेमंत की आलोचना करते हुए बाबूलाल को याद आए दुर्गा सोरेन, बोले- यदि वे जिंदा होते तो...
बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि यदि दुर्गा सोरेन जीवित होते तो शायद सोरेन परिवार की देश-दुनिया में इतनी फजीहत, बदनामी और थू-थू नहीं होती। बाबूलाल मरांडी ने सीएम हेमंत पर जमकर निशाना साधा।
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बीजेपी विधायक दल के नेता और झारखंड के प्रथम मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के दिवंगत बड़े भाई दुर्गा सोरेन याद आए हैं। बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि यदि दुर्गा सोरेन जीवित होते तो शायद सोरेन परिवार की देश-दुनिया में इतनी फजीहत, बदनामी और थू-थू नहीं होती। इस दौरान बाबूलाल मरांडी ने झारखंड में हालिया ईडी प्रकरण को लेकर सोरेन परिवार पर जमकर हमला भी बोला है। बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि आदिवासी होकर आदिवासियों को कैसे लूटा जाता है इसकी सोरेन परिवार से ली जा सकती है।
पंकज मिश्रा क्लीनचिट मामले में भी साधा निशाना
साहिबगंज में हुए 1000 करोड़ रुपये के अवैध खनन मामले की जांच कर रही ईडी के सामने बड़हरवा टोल प्लाजा केस में आईओ रहे सरफुद्दीन ने खुलासा किया है कि केस दर्ज होने के महज 24 घंटे के भीतर साहिबगंज पुलिस ने प्रदेश के ग्रामीण विकास सह पंचायती राज मंत्री आलमगीर आलम और सीएम हेमंत के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा को क्लीनचिट दे दी थी। मामले में साहिबगंज के डीएसपी को भी ईडी ने समन किया है। बाबूलाल मरांडी ने इस खबर का स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए लिखा है कि खबरें पढ़कर यकीन नहीं होता। जहां की न्यायपालिका इतनी सजग और स्वतंत्र हो। ये सब कैसे हो सकता है। सीएम हेमंत पर निशाना साधते हुए बाबूलाल मरांडी ने कहा कि कानून का डर तो उग्रवादियों में भी होता है। उन्होंने कहा कि ये तानाशाही है। अज्ञानता है या पागलपन।
डीएसपी प्रमोद मिश्रा के बहाने भी आलोचना की
दरअसल, आईओ सरफुद्दीन ने ईडी को बताया है कि पंकज मिश्रा और आलमगीर आलम को जिले के तात्कालीन डीएसपी प्रमोद मिश्रा के कहने पर क्लीनचिट दी थी। बाबूलाल मरांडी ने महिला दारोगा रूपा तिर्की प्रकरण का जिक्र करते हुए कहा है कि दिवंगत आदिवासी बहन दारोगा रूपा तिर्की के बारे में शैतानी गंदी जुबान बोलने वाले डीएसपी को मुख्यमंत्री कुछ ही दिन के लिए जेल भेज देते तो आदिवासी समाज को गर्व होता। बाबूलाल मरांडी ने आरोप लगाते हुए कहा कि सीएम ने ऐसा नहीं किया क्योंकि वे डरते हैं। बाबूलाल मरांडी ने कहा कि पंकज मिश्रा और आलमगीर आलम को क्लीनचिट देने वाले डीएसपी ने दिवंगत दारोगा के बारे में ऐसी बातें कही थी कि मेरे जैसा व्यक्ति उसे सपने में भी नहीं सुन सकता।
साहिबगंज में हुए अवैध खनन मामले में खलबली
गौरतलब है कि इस समय साहिबगंज में हुए 1000 करोड़ रुपये के अवैध खनन केस की जांच कर रही ईडी के शिकंजे में कई अधिकारी आए हैं। डीएसपी प्रमोद मिश्रा को समन किया जा चुका है। पंकज मिश्रा को रिम्स से वापस सीआईपी भेजा जा चुका है। पूजा सिंघल की भी जमानत याचिका खारिज हो गई है। पुलिस मुख्यालय ने क्लीनचिट मामले में साहिबगंज के एसपी अनुरंजन किस्पोट्टा को शोकॉज किया हुआ है।