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भीमा- कोरेगांव केस में एनआईए ने फादर स्टेन को किया गिरफ्तार, जानें क्या है मामला और कौन है स्टेन

एनआईए ने भीमा कोरेगांव केस में गुरुवार की रात फादर स्टेन स्वामी को गिरफ्तार कर लिया। एनआईए के एसपी स्तर के अधिकारी के नेतृत्व में टीम गुरुवार रात तकरीबन 8 बजे फादर स्टेन स्वामी के बगइचा स्थित आवास...

भीमा- कोरेगांव केस में एनआईए ने फादर स्टेन को किया गिरफ्तार, जानें क्या है मामला और कौन है स्टेन
रांची। मुख्य संवाददाताFri, 09 Oct 2020 01:33 AM
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एनआईए ने भीमा कोरेगांव केस में गुरुवार की रात फादर स्टेन स्वामी को गिरफ्तार कर लिया। एनआईए के एसपी स्तर के अधिकारी के नेतृत्व में टीम गुरुवार रात तकरीबन 8 बजे फादर स्टेन स्वामी के बगइचा स्थित आवास पहुंची थी। मौके पर एनआईए के अधिकारियों ने फादर स्टेन को अपने साथ धुर्वा स्थिति एनआईए कैंप आफिस चलने को कहा। उम्र ज्यादा होने और स्वास्थ्य ठीक नहीं होने की बात कह फादर स्टेन ने एनआईए टीम के साथ जाने से इनकार कर दिया। ऐसे में एनआईए की टीम स्टेन स्वामी के साथ उनके करीबी सोलोमन डेविड को भी रात में देखभाल के लिए साथ ले गयी। 

झारखंड जनाधिकार महासभा का दावा - एनआईए ने की बदसलूकी : स्टेन स्वामी की गिरफ्तारी का झारखंड जनाधिकार महासभा ने विरोध किया है। महासभा के द्वारा ही सबसे पहले ट्विटर पर स्टेन स्वामी की गिरफ्तारी की सूचना दी गयी। महासभा ने दावा किया कि एनआईए का पास कोई वारंट नहीं था। बलपूर्वक एनआईए की टीम उन्हें अपने साथ ले गयी। एनआईए ने स्टेन स्वामी से बदसलूकी भी की। पूछने पर सिर्फ इतना बताया कि एनआईए के बड़े अधिकारी उनसे पूछताछ करना चाहते हैं। वहीं गिरफ्तारी के बाद स्टेन स्वामी के करीबियों ने बताया कि दो तीन दिनों से एनआईए के आने की सूचना मिल रही थी। एनआईए मुम्बई ने पूछताछ के लिए समन भी भेजा था। तब स्टेन स्वामी ने अपनी बिगड़ी तबीयत की जानकारी भी मेल के जरिये दी थी। उन्होंने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिये एनआईए का समक्ष हाजिर होने की गुहार लगाई थी।

पूर्व में भी एनआईए और महाराष्ट्र एटीएस कर चुकी है कार्रवाई : एनआईए की टीम 6 अगस्त को भी दिल्ली से आयी थी। तब तकरीबन 3 घंटे तक भीमा कोरेगांव केस के संबंध में एनआईए ने फादर स्टेन से पूछताछ की थी। इससे पहले 12 जुलाई 2019 को महाराष्ट्र पुलिस की आठ सदस्यीय टीम ने स्टेन स्वामी के घर पर छापा मारा। पुलिस ने साढ़े तीन घंटों तक उनके कमरे की छानबीन की थी। उनके कंप्यूटर की हार्ड डिस्क और इंटरनेट मॉडेम जब्त कर लिया गया था। उनसे उनके ईमेल व फेसबुक के पासवर्ड मांगकर पासवर्ड बदल दिए थे। दोनों अकाउंट ज़ब्त भी कर लिए गए थे, ताकि डाटा की जांच की जा सके। 28 अगस्त 2018 को भी महाराष्ट्र पुलिस ने स्टेन स्वामी के कमरे की तलाशी ली थी।

कौन हैं स्टेन स्वामी : फादर स्टेन स्वामी झारखंड के जाने-माने सामाजिक कार्यकर्ता हैं। वे कई वर्षों से राज्य के आदिवासी व अन्य वंचित समूहों के लिए काम करते रहे हैं। उन्होंने विशेष रूप से विस्थापन, संसाधनों की कंपनियों द्वारा लूट, विचाराधीन कैदियों व पेसा कानून पर काम किया है। इससे पहले पिछले जुलाई 2018 में झारखंड की खूंटी पुलिस ने पत्थलगड़ी आंदोलन मामले में सामाजिक कार्यकर्ता और विस्थापन विरोधी जन विकास आंदोलन के संस्थापक सदस्य फादर स्टेन स्वामी, कांग्रेस के पूर्व विधायक थियोडोर किड़ो समेत 20 अन्य लोगों पर राजद्रोह का केस दर्ज किया था।

कईयों की हो चुकी है गिरफ्तारी :भीमा कोरेगांव में हिंसा और अरबन नक्सलियों द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हत्या के मामले में एनआईए के जनवरी 2020 में केस टेकओवर किया था। इस मामले में अब तक माओवादी विचारक व कवि वरवरा राव, सुरेंद्र गाडलिंग, सुधीर धावले, महेश राउत, शोमा सेन, रोना विलसन, सुधा भारद्वाज, अरुण फरेरा, वेरनॉन गोंजाल्विस और गौतम नवलखा को गिरफ़्तार किया जा चुका है।

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