गर्ल्स हॉस्टल में आग की घटना के लिए बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सरकार को ठहराया जिम्मेदार
झारखंड की उपराजधानी दुमका में आदिवासी गर्ल्स हॉस्टल में आग लगने की घटना पर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी की प्रतिक्रिया सामने आई है। बाबूलाल मरांडी ने इस घटना के लिए राज्य की हेमंत सरकार
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झारखंड की उपराजधानी दुमका में आदिवासी गर्ल्स हॉस्टल में आग लगने की घटना पर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी की प्रतिक्रिया सामने आई है। बाबूलाल मरांडी ने इस घटना के लिए राज्य की हेमंत सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। बाबूलाल मरांडी ने दावा किया है कि 20 छात्राओं की क्षमता वाले हॉस्टल में 40 छात्राओं को रखा गया था। उन्होंने कहा कि भगवान का शुक्र है कि किसी बच्ची को कुछ नहीं हुआ। बता दें कि घटना शुक्रवार सुबह की। घटना उस वक्त घटी जब छात्राएं छोटे गैस सिलेंडर में खाना बना रही थी।
बाबूलाल मरांडी ने सरकार पर उठाए सवाल
पूर्व मुख्यमंत्री ने घटना से जुड़ी कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया में शेयर करते हुए कहा कि राज्य सरकार की लापरवाही जानलेवा साबित हो रही है। कहा कि दुमका के शिवपहाड़ स्थित गिधनीपहाड़ी के कल्याण विभाग द्वारा संचालित छात्रावास में 20 की जगह 40 छात्राओं को रखा गया। छोटे सिलेंडर में खाना बनाने के दौरान आग लगी। भगवान का शुक्र है कि किसी बच्ची को कुछ नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इसके लिए जिम्मेदार है। हालांकि, इस घटना में अफरा-तफरी के बीच एक छात्रा छत से कूद गई जिसे गंभीर चोटें आई है।
छात्रावास में रसोईया क्यों उपलब्ध नहीं थी!
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि राज्य सरकार को केंद्र प्रायोजित योजनाओं के तहत करोड़ों रुपये का आवंटन किया जाता है। बावजूद इसके, इन गरीब छात्राओं को खाना बनाने के लिए रसोईया या गैस सिलेंडर तक राज्य सरकार उपलब्ध नहीं करा पा रही है। कहा कि आखिर फंड का इस्तेमाल कहां हो रहा है? बाबूलाल मरांडी ने सवालिया लहजे में कहा कि क्या राज्य सरकार इतनी अक्षम है कि इन बच्चियों के रसोई की व्यवस्था नहीं कर सकती?
समाज कल्याण मंत्री ने मदद का दिया निर्देश
एक और जहां बाबूलाल मरांडी ने गर्ल्स हॉस्टल में लगी आग के लिए राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया है वहीं समाज कल्याण मंत्री ने घटना का संज्ञान लेते हुए जरूरी मदद का निर्देश दिया है। झारखंड सरकार में समाज कल्याण मंत्री चंपाई सोरेन ने दुमका के उपायुक्त को ट्विटर पर निर्देश दिया है कि इस मामले का संज्ञान लेकर जरूरी मदद उपलब्ध कराएं। उन्होंने कहा है कि यदि इन बच्चियों को चिकित्सा सुविधा की जरूरत हो तो उन्हें वह भी उपलब्ध करवाने का प्रयास करें।