जमशेदपुर: कांवरियों से भरी बस बहरागोड़ा चौक के पास पलटी, तीन की मौत
जमशेदपुर के बहरागोड़ा चौक के पास गुरुवार की तड़के सुबह कांवरियों से भरी एक बस अनियंत्रित होकर पलट गई। इस हादसे में 3 की लोगों की मौत हो गई जबकि दर्जनों लोग घायल हो गए हैं। घायलों में दो लोगों की...
जमशेदपुर के बहरागोड़ा चौक के पास गुरुवार की तड़के सुबह कांवरियों से भरी एक बस अनियंत्रित होकर पलट गई। इस हादसे में 3 की लोगों की मौत हो गई जबकि दर्जनों लोग घायल हो गए हैं। घायलों में दो लोगों की हालत नाजुक बनी हुई है।
बताया जा रहा है बहरागोड़ा चौक के पास बस का एक्सल टूट गया था जिसके बाद बस अनियंत्रित होकर पलट गई। बस में करीब 65 कांवरिए सवार थे। इस हादसे में घायल 14 लोगों को बहरागोड़ा सीएचसी से एमजीएम रेफ़र किया गया, जिसमें से तीन की हालत नाजुक बनी हुई है। हादसे में घायल तीन लोगों की मौत एमजीएम में इलाज के दौरान हूई। मृतक में दो महिलाएं और एक बच्चा शामिल हैं। सभी कांवरिए बिहार के मोतिहारी स्थित भवानीपुर गांव के रहने वाले थे और देवघर में जल चढ़ाकर अपने घर लौट रहे थे।
अभी दो की स्थिति गंभीर
मृतकों में दो महिलाएं और एक बच्चा है। इनमें एक 58 वर्षीय अमरावती देवी हैं, जिनकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई। वहीं, 55 वर्षीय चन्द्रावती देवी और 6 वर्षीय मंदीप राय को जमशेदपुर के एमजीएम अस्पताल में मृत्त घोषित किया गया। गंभीर रूप से घायल राजकरण शाह (55 वर्ष) और छोटे लाल पटेल (60 वर्ष) की स्थिति टीएमएच में गंभीर बनी है। घटना की सूचना मिलते ही झारखंड के खाद्य आपूर्ति मंत्री सरयू राय और धालभूम अनुमंडल की एसडीओ माधवी मिश्रा एमजीएम अस्पताल पहुंचीं। उन्होंने घायलों को बेहतर इलाज का भरोसा दिलाया।
पुरी के लिए थे निकले
65 कांवरियों का समूह 16 अगस्त को मोतिहारी के भवानीपुर से मनोकामना बस से पहले सुल्तानगंज पहुंचा, जहां से देवघर में जल चढ़ाने के बाद बासुकीनाथ पहुंचा। वहां से कोलकाता (पश्चिम बंगाल) होकर गंगासागर का दर्शन करते हुए ओडिशा के पुरी स्थित जगन्नाथ मंदिर सोमवार को पहुंचे। बुधवार दोपहर तीन बजे सभी पुरी से निकले और रात एक बजे उनकी गाड़ी ओडिशा- झारखंड सीमा पर दुर्घटनाग्रस्त हो गई।
घायलों की की स्थिति खतरे से बाहर
हादसा एनएच-6 ओडिशा से सटे बहरागोड़ा सीमा स्थित जामशोला मार्ग के सिरिसतल बारीपदा बस स्टैंड के समीप हुआ। दुर्घटना का कारण बस का एक्सल टूटना बताया जा रहा है। एमजीएम अस्पताल और बहरागोड़ा स्वास्थ्य केंद्र में इलाजरत सभी घायलों की स्थिति खतरे से बाहर है।