
जिले में लगातार बढ़ रहे है आत्महत्या के मामले
संक्षेप: सिमडेगा में आत्महत्या की प्रवृत्ति में वृद्धि हो रही है, विशेषकर पारिवारिक विवाद और प्रेम प्रसंग के कारण। मनोचिकित्सक के अनुसार, युवा वर्ग में अवसाद के चलते आत्महत्या के मामले बढ़े हैं। आत्महत्या...
सिमडेगा, जिला प्रतिनिधि। बुधवार को विश्व आतमहत्या निवारण दिवस मनाया जाएगा। हाल के दिनों में आत्महत्या की बढ़ती प्रवृति पर रोक लगाने एवं लोगों को जागरुक करने के उददेश्य से विश्व आत्महत्या निवारण दिवस मनाया जाता है। जिले में पिछले तीन चार वर्षो में आत्महत्या के मामले बढ़े है। थोडे से मामूली पारिवारिक विवाद, प्रेम प्रसंग, पैसे के लेन देन में उत्पन्न विवाद में लोग आत्महत्या कर ले रहे है। इस वर्ष अबतक दर्जनों आत्महत्या के मामले दर्ज हो चुके है। जिले में आत्महत्या के अधिकतर मामले पारिवारिक विवाद और प्रेम प्रसंग से संबंधित रहते है। आत्महत्या के मामले पर गौर करने से पता चला है कि युवा वर्ग 20 से 40 आयु वर्ग के लोग ज्यादा आत्महत्या कर रहे है।

हाल के दिनो में तो एक मामला ऐसा आया था जिसमें एक बेटी ने महज इसलिए आत्महत्या कर ली थी कि उसकी मां ने उसे किसी बात को लेकर फटकार लगाई थी। सितम्बर 2024 में तो एक ही दिन चार आत्महत्या का मामला आया था। जिसमें तीन लोगों ने फांसी लगाकर आत्महत्या की थी और एक ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली थी। क्या कहते है मनो चिकित्सक मनोचिकित्सक शर्मिली बड़ाईक ने बताया कि हाल के दिनो में आत्महत्या के मामले काफी बढ़े है। उन्होंने कहा कि अवसाद से ग्रसित होकर लोग फांसी लगाकर या जहर खाकर आत्महत्या कर रहे है। उन्होंने कहा कि अवसाद ग्रस्त लोगों के बीच भावनात्मक संबल बनाने से अवसाद की प्रवृति को रोका जा सकता है। उन्होंने कहा कि आत्महत्या कभी भी किसी समस्या का समाधान नहीं हो सकता है। उन्होंने कहा कि आज के दौर में परिवार में तालमेल की कमी, एक दूसरे से बोलचाल की कमी के कारण भी अवसाद बढ़ रहा है। जिससे लोग आत्महत्या के लिए प्रेरित हो रहे है। उन्होंने बताया कि अस्पतालों में भी आत्महत्या के मामले को रोकने के लिए लगातार कांउसेलिंग की जा रही है। -

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