डीसी सुशांत गौरव ने बताया कि जिले में आठ अक्तूबर से पूरे माह तक विश्व दृष्टि दिवस आयोजित की जाएगी। इस वर्ष का मुख्य बिन्दु “नेत्र ज्योति का आशा” है। उन्होने बताया कि विश्व दृष्टि दिवस पर कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। उन्होने बताया कि विजन सेन्टर पर पूरे अक्तूबर माह दृष्टि दोष की जांच एवं मोतियाबिन्द से ग्रस्ति मरीज एवं बाल्यावस्था वाले अंधापन के मरीजों को चिन्हित कर जिला अस्पताल में उपचार हेतु भेजा जाएगा। उन्होने बताया कि प्रखण्ड स्तर पर स्कूल एवं कॉलेजो में इलेक्ट्रोनिक माध्यम से नेत्र रोग से बचाव एवं उपचार के लिए जागरूक किया जाएगा। उन्होने बताया कि जिला स्तर पर दूरदर्शन के एआईआर/क्षेत्रीय केन्द्र पर अंधेपन की रोकथाम पर चर्चा की जाएगी। सोशल मीडिया अभियान। इलेक्ट्रोनिक मोड द्वारा अंधेपन की रोकथाम पर स्कूल और कॉलेजो में जागरूकता बैठक करना। अस्पताल ओपीडी और मेडिकल कॉलेजो में बाल्यावस्था वाले अंधापन से संबंधित विभिन्न मुद्यों की रोकथाम पर संदेशो को जन-जन तक पहुंचाना है। उन्होने बताया कि विशेष वेबिनार/वीडियो के द्वारा सम्मेलन आयोजित करना, मेडिकल कॉलेज के प्रतिष्ठित नेत्र रोग विशेषज्ञ के साथ बाल्यावस्था के अंधापन से संबंधित मुद्यो पर चर्चा की जाएगी। डीसी ने विश्व दृष्टि दिवस के सफल संचालन हेतु सिविल सर्जन, सभी प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिये हैं। वहीं सिविल सर्जन सिमडेगा को विश्व दृष्टि दिवस से संबंधित जिला स्तरीय प्लान बनाने का निर्देश दिया गया है।
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