चापाकल के पानी पर आश्रित हैं वार्ड 05 के लोग
शहरी क्षेत्र का वार्ड नंबर 05 के सलडेगा, सलडेगा टोंगरीटोली, पहानटोली, भवानी क्लोनी, सेटेलाईट क्लोनी मुहल्ला भी अन्य वार्ड की तरह बुनियादी...
शहरी क्षेत्र का वार्ड नंबर 05 के सलडेगा, सलडेगा टोंगरीटोली, पहानटोली, भवानी क्लोनी, सेटेलाईट क्लोनी मुहल्ला भी अन्य वार्ड की तरह बुनियादी सुविधाओं का आभाव है। इस वार्ड के लोग भी शुद्ध पेयजल, सड़क की सुविधा के लिए तरस रहे हैं। वार्ड के कई मुहल्ले में पीसीसी पथ का आभाव है। पहानटोली के ग्रामीण खेतों से होकर पगड़डी रास्तों के सहारे घर पहुंचते हैं। बरसात के दिनों में खेतों में व रास्तों में पानी भर जाने से अवागमन में काफी परेशानी होती है। मुहल्ले की गल्लियां भी रात होते ही अंधेरे के गिरफ्त में आ जाता है। कारण यह कि वार्ड में लगे बिजली खंभे में स्ट्रीट लाईट नहीं है। इस वार्ड में रोजाना साफ सफाई नहीं होने के कारण गंदगी पसरा नजर आता है। गंदगदी के कारण यहां सुअरों और मवेशियों को जमावड़ा रहता है। जिसके कारण बीमारी फैलने की आशंका भी बनी रहती है। वार्ड के कई जगह नाली तो बना है। लेकिन यह भी जाम रहता है। यहां कई जगह स्लैब नहीं है। नतीजन सड़कों का कचडा नालियों में चला जाता है। इस वार्ड में भी शुद्ध पेयजल की बात करना बेईमानी होगी। वार्ड का मुहल्ला पाईपलाईन जलापूर्ति से वंचित है। लोग चापाकल और कुंआ का पानी से प्यास बुझाते हैं। यहां पर लगा तीन चापाकल भी खराब है।
बदहाली का आलम
खेतों से होकर घर पहुंचते हैं लोग
पहानटोली मुहल्ले के लोग खेतों के मेड़ से होकर घर पहुंचते हैं।बरसात के दिनों में तो खेत में पानी भर जाने से अवागमन लगभग ठप हो जाता है। जिसके कारण लोगों को अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ती है। यहां पर पुलिया निर्माण की जरुरत है। लेकिन नप यहां पुलिया निर्माण कराने में अब तक विफल है।
कचरे का लगा है ढेर
वार्ड के कई मुहल्ले में रोजाना साफ सफाई नहीं होती है। वहीं कचरा वाहन से प्रतिदिन कचरे का भी उठाव नहीं होता है। जिसके कारण वार्ड में देवीगुड़ी मंदिर सहित अन्य कई जगह कचरे का ढ़ेर नजर आता है। यहां पर मंखिया भिभिन्नाते रहती है। हमेशा मवेशी अपना चारा खोजते नजर आते हैं। जिससे मौसमी बीमारी फैलने की आशंका बनी रहती है।
विकलांग सेवा आश्रम की स्थिति दयनीय
इसी वार्ड के सलडेगा टोंगरीटोली में विकलांग सेवा आश्रम बना है। लेकिन यहां तक पहुंच पथ नहीं है। यहां रहने वाले लोगों ने श्रमदान कर थोड़ी दूर सड़क बनाई हैं। सड़क नहीं रहने के कारण आश्रम में रहने वाले लोगों को आने जाने में परेशानी होती है। यहां रहने वाले दिब्यांग चंदा कर आश्रम के लिए भवन बनवा कर जैसे तैसे रह रहे हैं।
आंकडें
- वार्ड 05 में कुल पांच मुहल्ले हैं जहां बुनियादी सुविधाओं का आभाव है
- लगभग 4500 है इस वार्ड की आबादी है
- रोजना साफ सफाई नहीं रहने से पसरा रहता है गंदगी
- बिजली खंभे में स्ट्रीट लाईट नहीं रहने के कारण शाम होते ही वार्ड में अंधेरा छा जाता है
- वार्ड में पार्क की है कमी, मनोरंजन के लिए भी नहीं है कोई सुविधा
क्या कहते हैं वार्ड पार्षद
वार्ड पार्षद अनिल तिर्की ने कहा कि वे पर्याप्त मात्रा में वार्ड में सफाई कर्मी प्रतिनियुक्त करने की मांग कर चुके हैं। ताकि रोजाना वार्ड में साफ सफाई हो। साथ ही प्रतिदिन कचरा वाहन से भी कचरे का उठाव हो सके। वहीं बिजली खंभें में स्ट्रीट लाईट लगवाने के लिए भी मांग कर चुके हैं। पहानटोली जाने वाले पथ में स्थित खेतों में पुलिया निर्माण कराने के लिए वे प्रयासरत हैं। वहीं सभी गल्लियों में जल्द पीसीसी पथ बनाया जाएगा।
लोगों की जुबानी
ओम साहु: विकलांग सेवा आश्रम को दुरुस्त कराने की जरुरत है। यहां रहने वाले दिब्यांगों के अवागमन के लिए सड़क बनना चाहिए। सभी दिब्यांगों को स्थाई रोजगार दिलाने के लिए पहल किया जाय।
रोसिता कोंगाड़ी: वार्ड में एक भी पार्क नहीं है। यहां एक पार्क बनाया जाना चाहिए। बच्चों के खेलने के लिए भी जगह उपलब्ध कराया जाना चाहिए।
प्रकाश दास: कचरे का उठाव प्रतिदिन हो। जगह जगह कचरा जमा रहने से परेशानी हो रही है। रोजाना वार्ड के गली मुहल्लों में साफ सफाई कराया जाय।
प्रदीप कुमार: समय पूर्व नाली की साफ सफाई होनी चाहिए। नाली में स्लैब लगाए जाने से नाली से आ रही बदबू से निजात मिलती।