सात महीनो बाद चर्च में हुई सामुहिक प्रार्थना, लोगो में दिखी खुशी
लॉकडाउन के बाद लगभग सात महीने के बाद सरकार द्वारा धार्मिक स्थलो को खोले जाने की अनुमति के बाद रविवार को जिले के चर्चो में सामुहिक प्रार्थना की गई। महीनो बाद चर्च में प्रार्थना करने पहुंचे लोग काफी...
लॉकडाउन के बाद लगभग सात महीने के बाद सरकार द्वारा धार्मिक स्थलो को खोले जाने की अनुमति के बाद रविवार को जिले के चर्चो में सामुहिक प्रार्थना की गई। महीनो बाद चर्च में प्रार्थना करने पहुंचे लोग काफी खुश नजर आ रहे थे। रविवार की सुबह सरकार के निर्देशानुसार सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए चर्च पहुचे श्रद्धालुओ के लिए चर्च में बैठने की व्यवस्था की गई थी। वहीं चर्च के मुख्य प्रवेश द्वार में सेनेटाईजर की भी उपलब्धता की गई थी। रविवार को चर्च में दो मिस्सा पुजा का आयोजन हुआ। पहली मिस्सा पुजा फादर प्रवीण मिंज और दुसरी मिस्सा पल्ली पुरोहित फादर तोबियस केरकेटटा की अगुवाई में हुई। सरकार के आदेशानुसार चर्च में भीड नहीं थी। 40 से 50 लोग ही मिस्सा पुजा में शामिल हुए।लॉकडाउन से पुर्व रविवार को चर्च में होती थी तीन मिस्सा पुजापल्ली पुरोहित फादर तोबियस केरकेटटा ने कोविड 19 से बचाव के लिए सरकार के निर्देशो का पालन करने की अपील करते हुए बताया कि आम तौर पर रविवार को चर्च में तीन मिस्सा पुजा होती थी। लेकिन लॉकडाउन के बाद चर्च को खोले जाने के बाद पहले रविवार को दो मिस्सा पुजा कराई गई। मिस्सा पुजा भी संक्षेप में कराया गया। उन्होने बताया कि रविवार से प्रतिदिन चर्च को आम लोगो के लिए खोल दिया गया है। पल्ली पुरोहित ने बताया कि चर्च में किसी भी प्रकार के बडे आयोजन नहीं करने का निर्णय लिया गया है। लोगो से नवाखानी का पर्व भी अपने अपने घरो में ही मनाने की बात कही गई है।परमेश्वर है मुक्ति का मार्ग: वीजी वीजी फादर इग्नासियुस टेटे ने कहा कि कोविड 19 के कारण पूरे विश्व में लोग परेशान है। उन्होने कहा कि लॉकडाउन में लोग सरकार के निर्देश पर अपने अपने घरो में ही प्रभु परमेश्वर को याद कर रहे थे। उन्होने कहा कि चर्च में भी प्रार्थना के माध्यम से प्रभु येशु से कोविड 19 से समस्त समाज की रक्षा करने की प्रार्थना की गई है। वीजी फादर ने परमेश्वर को मुक्ति का मार्ग बताते हुए कहा कि प्रभु येशु सभी दुखो को दूर करेगें।सामुहिक प्रार्थना से बढता है प्रेम और भाईचाराफादर शैलेश केरकेटटा और फादर बर्बट कुजूर ने धार्मिक स्थल को खोले जाने के फैसले पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि सामुहिक प्रार्थना से लोगो के बीच प्रेम और भाईचारगी बढता है। उन्होने कहा कि कोरोना में लंबे समय तक लोगो को परमेश्वर से दूर करने का काम किया था। लेकिन प्रभु ही कोरोना खत्म करेगें और विश्व के सभी लोग एक बार फिर पहले की तरह ही चर्चो में अराधना कर पाएगें।