नई पीढी को पुराने जमाने की संस्कृति की याद दिला रहा है लॉकडाउन
कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए लगे लॉकडाउन के बाद घरो में कैद हुए लोगो को पुराने जमाने के अनुभव को अजमाने का मौका मिल रहा है। घर में माता पिता नयी पीढी के युवाओ को भी पुराने जमाने के...
कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए लगे लॉकडाउन के बाद घरो में कैद हुए लोगो को पुराने जमाने के अनुभव को अजमाने का मौका मिल रहा है। घर में माता पिता नयी पीढी के युवाओ को भी पुराने जमाने के कार्यशैली और संस्कृति की याद दिला रही है। तामडा गांव में ऐसा ही नजारा देखने को मिला। यहां लॉकडाउन के कारण धान कुटाई मिल बंद होने के कारण ग्रामीण धान से चावल निकालने के लिए पुराने तरीको को अपनाते नजर आए। गांव में चटटान में ग्रामीण समाठ निकालकर धान कुटते नजर आए। बडे बुजूर्गो के द्वारा समाठ के माध्यम से धान कुटाई की प्रक्रिया युवा गौर से देख रहे थे। इधर लॉकडाउन के कारण ही युवा वर्ग कई दशको के बाद एक बार फिर रमायण और महाभारत का सिरियल देख रही है। कई गांव में वर्षो पुरानी वस्तुओ की अदला बदली प्रक्रिया फिर से चालू हो गई है।