समाज कल्याण का काला खेल दस रुपए के साबुन को 18 रुपए में खरीदा
समाज कल्याण विभाग द्वारा एमआरपी से ज्यादा मुल्य पर सामग्रियो की खरीद करते हुए भ्रष्टाचार को बढावा देने का मामला प्रकाश में आया...
समाज कल्याण विभाग द्वारा एमआरपी से ज्यादा मूल्य पर सामग्रियों की खरीद करते हुए भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का मामला प्रकाश में आया है। समाज कल्याण विभाग के भ्रष्टाचार की पुष्टि खुद कुरडेग बीडीओ ने अपने जांच रिपोर्ट में की है। जिला मुख्यालय के डिप्टीटोली निवासी श्रीकांत श्रीवास्तव द्वारा समर्पित शिकायतवाद की जांच के बाद कुरडेग बीडीओ ने लिखित रूप से स्वीकार किया है कि विभागीय अधिकारियों द्वारा साबुन की खरीदारी एमआरपी से ज्यादा मूल्य पर की गई है। उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा दस रुपए एमआरपी के लाईफबॉय साबुन को 12 रुपए और विमबार साबुन को 18 रुपए में खरीदा गया है। जो भ्रष्टाचार को दर्शाता है। बीडीओ ने विभाग द्वारा खरीदे गए प्लास्टिक टब एवं अन्य सामग्रियों की गुणवत्ता पर भी प्रश्न चिन्ह लगाते हुए दोषी लोगो पर कार्रवाई की अनुशंसा की है।